लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कोर्ट के फैसले के बाद अब प्रदेश में ओबीसी आरक्षण को लेकर सियासत जोरों पर शुरू हो गई है। इसको लेकर सपा, बसपा व कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर हमला बोल दिया है। वहीं योगी सरकार में नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने विपक्ष पर जोरदार पलटवार कर दिया है। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि ओबीसी आरक्षण को लेकर याचिका करने वाला किस पार्टी से है उनके मुताबिक, हाइकोर्ट में याचिका करने वालों में एक विपक्ष का विधायक भी शामिल है।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब लोकसभा के चुनाव या उपचुनाव आते हैं, जब ओबीसी के लोगों को टिकट देना होता है या फिर विधान परिषद में टिकट देना होता है तब वे ओबीसी के लोगों को भूल जाते हैं। जब विधान परिषद में विपक्ष का नेता बनाना होता है तब वह बाकी जातियों को भूल जाते हैं।
उन्होंने बिना किसी का नाम लिये बताया कि ये जो याचिका हुई है इसमें भी विपक्ष के एक विधायक, जो एक नगर पालिका में बहुत दिनों तक पदासीन हुआ करते थे वो नगर पालिका ओबीसी हो गई है इसी वजह से उन्हें समस्या हो गई है। मंत्री ने कहा कि ये लोग अगर ओबीसी के ही हितैषी है तो उस सीट पर किसी ओबीसी के उम्मीदवार को चुनाव लड़ाते। लेकिन ऐसा ना करके इतना बड़ा बवंडर खड़ा कर दिया है। उन्होंने बताया सबको मालूम है कि वो कौन है और किस पार्टी से जुड़े हैं। (रिपोर्ट: अभय सिंह)