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रिपोर्ट – अभिषेक रंजन
मुजफ्फरपुर. भगवान शंकर के प्रति श्रद्धा और भक्ति ने मुजफ्फरपुर के चार युवकों को पाकिस्तान पहुंचा दिया. जी हां, जिस पाकिस्तान का नाम सुनते ही लोग सहम जाते हैं, भगवान शंकर का दर्शन करने मुजफ्फरपुर के चार युवक उसी पाकिस्तान के कटासराज महादेव मंदिर पहुंच गए. दरअसल, मुजफ्फरपुर के कांटी के रहने वाले पंच कैलाशी अनिल कुमार, कैलाशी राजेश कुमार, आनंद किशोर और राहुल कुमार ने हाल ही में पाकिस्तान जाकर कटास राज महादेव की पूजा-अर्चना एवं आराधना की. पाकिस्तान से वापस लौटे कैलाशी राजेश कुमार बताते हैं कि वे भगवान शंकर के बड़े भक्त हैं. उन्होंने द्वादश ज्योतिर्लिंग अमरनाथ, केदारनाथ समेत भगवान शंकर के दर्शन के लिए भारत भर का भ्रमण पूरा किया है.
वे कहते हैं कि उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य भगवान शंकर की आराधना करना है. देशभर में स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने के बाद बेहद इच्छा थी कि पाकिस्तान में मौजूद कटासराज महादेव की भी पूजा करूं.इसी उद्देश्य के कारण पाकिस्तान में स्थित कटासराज महादेव स्थान जाना हुआ. राजेश बताते हैं कि वे दूसरी बार पाकिस्तान के कटासराज महादेव का दर्शन कर लौटे हैं.
पाकिस्तान जाने में लगता था डर
पांच बार कैलाश पर्वत की यात्रा कर चुके अनिल कुमार बताते हैं कि पाकिस्तान जाने में पहले डर लगता था. लेकिन इस बार जाकर सारा डर दूर हो गया. पाकिस्तान भी हमारे देश जैसा ही है. वहां विराजमान भगवान शंकर का हमने रुद्राभिषेक पूजा की और कटास राज मंदिर में बजरंगबली का हनुमानी पताका भी लहराया. अनिल कुमार आगे बताते हैं कि कटास राज में भगवान शंकर की मंदिर का दर्शन स्वयं भगवान महादेव के दर्शन के बराबर है. बाबा का यह रूप सर्व मनोकामना पूरी करने वाला है. पाकिस्तान ने इस मंदिर का अच्छे से रख-रखाव किया है.
बेहद खूबसूरत है कटास राज मंदिर
जबकि आनंद किशोर बताते हैं कि कटास राज मंदिर बेहद खूबसूरत है. 20 से 25 दिसंबर के बीच मुजफ्फरपुर के हम चार साथी पाकिस्तान के कटास राज में मौजूद थे. यह हमारे लिए बेहद गर्व की बात है. जीवन भर भगवान शंकर की पूजा-आराधना करेंगे और फिर मौका मिला तो दोबारा पाकिस्तान जाकर बाबा महादेव का जलाभिषेक करेंगे.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है कटास राज मंदिर
इतिहासकारों एवं पुरात्तव विभाग के अनुसार, कटासराज स्थान को शिव नेत्र माना जाता है. मान्यता है कि जब मां पार्वती सती हुई तो भगवान शिव की आंख से दो बूंद आंसू टपके थे. एक आंसू कटास पर टपका, जहां अमृत बन गया. यह आज भी महान सरोवर अमृत कुण्ड तीर्थ स्थान कटास राज के रूप में है. कटास राज पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के उत्तरी भाग में नमक कोह पर्वत श्रृंखला में स्थित है. कटास राज मंदिर का निर्माण खटाना गुर्जर राजवंश ने करवाया था. यहां एक प्राचीन शिव मंदिर है. इसके अलावा और भी मंदिरों की श्रृंखला है, जो 10वीं शताब्दी के बताये जाते हैं.जबकि दूसरा आंसूराजस्थान के अजमेर में टपका, जो पुष्करराज तीर्थ स्थान है.
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टैग: हिंदू मंदिर, पाकिस्तान
पहले प्रकाशित : जनवरी 08, 2023, 15:40 IST
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