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मुजफ्फरपुर: हिंदी सिनेमा का एक फेमस गाना है- आए हैं यूपी बिहार लूटने। गाने में हीरोइन शिल्पा शेट्टी का मकसद कुछ और था लेकिन इन दिनों एक ठग गिरोह इस गाने की असली थीम को जमीन पर उतारने में पूरी ताकत से लगा है। खुलासा तब हुआ जब मुजफ्फरपुर पुलिस ने इनके खिलाफ अभियान चलाया। नेटवर्किंग के माध्यम से अमीर बनने का सपना दिखाकर बेरोजगार युवकों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सात शातिरों को अहियापुर पुलिस ने बखरी से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि गिरोह का सरगना फरार हो गया।इस मामले में यूपी के महाराजगंज जिले के धुधली थाना के भुवली निवासी ओमकार नाथ पांडेय की शिकायत पर FIR की गई है। इसमें नेटवर्किंग कंपनी के संचालक सहित 10 को आरोपी बनाया गया है। केस दर्ज करने के बाद अहियापुर पुलिस एक्टिव हो गई। कई जिलों में छापेमारी के बाद यह सफलता हाथ लगी। पुलिस ने सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर थाना के बहारी निवासी सुबोध कुमार, पटना जिले के पालीगंज थाना के अमरपुरा निवासी अमन कुमार, महाराजगंज कोठीमार थाना के धुधली निवासी अमित कुमार, पश्चिम चंपारण के सघरौना निवासी देवराज राजन, वैशाली जिले के गोरौल कटहरा ओपी निवासी इंद्रजीत राम, यूपी कुशीनगर के रामपुरमाट निवासी करण गुप्ता, महाराजगंज के डढौली निवासी दीपक कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
ओमकार पांडेय ने बताया कि उसके एक दोस्त पवन ने उसे बताया कि कुशीनगर के रामपुर भाट के करण गुप्ता बिहार के नेटवर्किंग कंपनी में काम करता है, जिसे अच्छा इनकम हो रहा है। ओमकार भी बीते 15 अप्रैल को अपने दोस्तों के बताए अनुसार मुजफ्फरपुर स्थित नेटवर्किंग कंपनी के कार्यालय में गया। इंद्रजीत राम कार्यालय में बैठा था। उसने उसे 15 दिन का ट्रेनिंग कराया। इस दौरान उससे 21,500 रुपये ले लिए। इसके बाद कम से कम दो दोस्तों को कंपनी में काम करने के लिए बुलाने को कहा। मना करने और रुपये वापस मांगने पर बंधक बना लिया।
200 से अधिक युवाओं से ठगी
जानकारी के अनुसार, नेटवर्किंग गिरोह के सदस्यों ने 200 से अधिक लड़कों को फंसाया है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है।
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