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शहर में रिंग राेड के साथ-साथ 116 किमी लंबे मुजफ्फरपुर-बराैनी फाेरलेन का काम दाे साल के अंदर पूरा करना है।
शहर में रिंग राेड के साथ-साथ 116 किमी लंबे मुजफ्फरपुर-बराैनी फाेरलेन का काम दाे साल के अंदर पूरा करना है। पर, पूरे प्राेजेक्ट की डीपीआर पिछले चार माह से एनएचएआई की भू अर्जन कमेटी के पास अटकी हुई है।
एनएचएआई के स्थानीय अधिकारी डीपीआर की मंजूरी की बाट जाेह रहे हैं। ताकि, गजट प्रकाशन के बाद भू अधिग्रहण का काम समय पर पूरा किया जा सके।
भूमि अधिग्रहण के लिए 90 फीसदी मुआवजा वितरण के बाद ही सड़क निर्माण के लिए टेंडर निकाला जाएगा। पर, पिछले एक साल से तैयार डीपीआर की एनएचएआई की उक्त कमेटी से मंजूरी नहीं मिलने के कारण यह प्राेजेक्ट ठंडे बस्ते में है।
समय से डीपीआर की मंजूरी नहीं मिलने के कारण प्राेजेक्ट पूरा हाेने में 2 साल की और देरी हाेगी
प्राेजेक्ट का नाम – मुजफ्फरपुर-बेगूसराय खंड
कुल लंबाई : 116.228 किमी
प्रस्ताव : टू लेन से फाेरलेन करना
प्रस्तावित कुल लागत : 3236.50 कराेड़
भूमि अधिग्रहण में लागत : 651 कराेड़
फाेरलेन के लिए जमीन की आवश्यकता : 109 हैक्टेयर
प्राेजेक्ट का नाम : रिंग राेड सह बायपास
कुल लंबाई : 18.6 किमी – एनएच-57 के हरपुर बखरी से दिघरा पट्टी हाेते हुए मधाैल तक
मेजर स्ट्रक्चर : 4 आरओबी, 2 मेजर ब्रिज, 47 कल्वर्ट, 15 जंक्शन
पिछले साल 16 अप्रैल को राज्य सरकार ने प्रस्ताव को दी थी मंजूरी
पिछले साल 16 अप्रैल काे मुजफ्फरपुर-बराैनी एनएच टू लेन काे फाेरलेन तथा एक अतिरिक्त बायपास बनाने का प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने मंजूरी दी थी। दाेनाें प्राेजेक्ट काे मार्च 2024 तक पूरा कर लेना है। पर, जल संसाधन विभाग की आपत्ति काे लेकर ही नवंबर माह तक मुजफ्फरपुर एनएचएआई कार्यालय में ही डीपीआर फंसी रही।
जल संसाधन विभाग से सशर्त एनओसी मिलने के बाद दिसंबर माह में मुजफ्फरपुर एनएचएआई के प्राेजेक्ट डायरेक्टर ने भूमि अधिग्रहण कमेटी काे डीपीआर भेजी। पर, अबतक भू अर्जन कमेटी की ओर से मंजूरी नहीं मिली है।
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