Home Entertainment रूस-यूक्रेन युद्ध का इंडियन फिल्म इंडस्ट्री पर पड़ा गहरा असर!

रूस-यूक्रेन युद्ध का इंडियन फिल्म इंडस्ट्री पर पड़ा गहरा असर!

0
रूस-यूक्रेन युद्ध का इंडियन फिल्म इंडस्ट्री पर पड़ा गहरा असर!

[ad_1]

यूक्रेन पर रूस के हमले की पूरी दुनिया निंदा कर रही है. यूक्रेन का सपोर्ट करने वाले पश्चिमी देश इस रूस की सोची-समझी रणनीति और इसे यूरोप में टकराव बढ़ाने वाली स्थिति बता रहे हैं. रूस के व्यवहार से लग रहा है कि वह अभी हमले करने से पीछे नहीं हटेगी. रूस के यूक्रेन पर हमले से सिर्फ यूक्रेन की नहीं बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है. देश अभी कोरोना वायरस महामारी से हुई आर्थिक तंगी को दूर नहीं कर पाए हैं और ऐसे रूस-यूक्रेन युद्ध भी आर्थिक स्थिति को नुकसान पहुंचा रही है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन-रूस युद्ध का भारत में भी वैश्विक व्यापार, कैपिटल फ्लो, फाइनेसियल मार्केट और टेक्नोलॉजी के एक्सेस पर प्रभाव पड़ रहा है. तेल की कीमतों में उछाल आया है, शेयर बाजारों में गिरावट आई है. यहां तक कि इंडियन एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री भी इससे प्रभावित होगी. याले स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के मुताबिक, 300 से ज्यादा कंपनियां रूस में पिछले 2 हफ्ते में ही बंद हो गई. नेटफ्लिक्स, टिकटोक, वॉल्ट डिजनी को, पैरामाउंट पिक्चर्स, सोनी कॉर्प, वॉर्नर मीडिया, यूनिवर्सल पिक्चर्स जैसे स्टूडियो ने रूस में काम करना बंद कर दिया है.

यूक्रेन में भारतीय फिल्मों-सीरीज की शूटिंग

यूक्रेन भारतीय फिल्मों और सीरीज के लिए एक पॉपुलर शूट लोकेशन रहा है. ‘आरआरआर’, ’99 सॉन्ग’, ‘देव’, ‘विजेता’, ‘स्पेशल ऑप्स’ कुछ भारतीय प्रोजेक्ट्स हैं जिन्हें यूक्रेन की बेहतरीन सुरम्य स्थानों में शूट किया गया है. यूक्रेन में चल रहे युद्ध और उसके बाद के प्रभाव निश्चित रूप से फिल्म निर्माण व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव डालेंगे.

कई बड़े देशों जैसी है यूक्रेन की लोकेशंस

यूक्रेन यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा देश है, जहां कई खूबसूरत लोकेशंस हैं. कई इंटरनेशनल शूट के लिए यूक्रेन की लोकेशन को 2 वजह से प्राथमिकता दी जाती है. पहली यहां कि खूबसूरती और दूसरी कॉस्ट एफिशिएंसी यानी कम खर्च. एसएस राजामौली के लिए यूक्रेन में लोकेशन ढूंढ़ने वाले नटराजन रामजी का कहना है कि यूक्रेन में कई देशों की बेस्ट रेप्लिकेट लोकेशंस हैं. उन्होंने कहा,”यूक्रेन किसी भी अन्य देशों की लोकेशंस से मिलती-जुलती सस्ती जगह है, हम यूके, इंग्लैंड, फ्रांस, इटली, रोम, पेरिस से इसे रेप्लिकेट कर सकते हैं.” तेलुगु फिल्म ‘विनर’, ’99 सॉन्ग’, ‘देव’ और ‘आरआरआर’ का ‘नाटु नाटु’ सॉन्ग यहीं शूट हुआ है.

शूटिंग के लिए सबसे सस्ती जगह

फिल्म स्कॉलर, इतिहासकार और क्यूरेटर अमित गांगर कहते हैं कि फिल्म प्रोडक्शन हाउसेज अपनी फिल्मों की शूटिंग यूरोपीय सुंदरता से भरी यूक्रेन के लोकेंशन पर करती हैं. यहां बर्फ से ढके पहाड़, बड़ी-बड़ी घासों के मैदान, कम लागत होने के साथ-साथ हैशल फ्री प्रक्रियाएं हैं. उन्होंने कहा कि आपके पास एक मिलियन भारतीय रुपए है, तो यूक्रेन में 2.5 मिलियन यूक्रेनियन करेंसी हो जाती है. बॉलीवुड के लोकेशन मैनेजर्स और एंजेंट्स मिड बजट प्रोडक्शन के लिए यूक्रेन में शूटिंग के लिए जोर देते हैं.

यूक्रेन में टैलेंटेड आर्टिस्ट-स्किल्ड टेक्निशियन

यूक्रेन में ‘स्पेशल उप्स’ की शूटिंग करने वाले डायरेक्टर नीरज पांडे का कहना है कि यहां के लोग बहुत ही अच्छे हैं और वह बॉलीवुड को लेकर इंटरेस्टेड हैं. कई तरह के कंटेंट और प्रोजेक्ट वहां बन रहे हैं. बॉलीवुड वहां की तकनीकें, मैनपावर, सबकुछ इस्तेमाल करता है लेकिन कोई समस्या नहीं होती है. वहां के आर्टिस्ट प्रतिभाशाली हैं और तकनीशियन स्किल्ड हैं.

यूक्रेन में वर्तमान और भविष्य में शूटिंग

अमित गांगर का कहना है कि रूस और यूक्रेन वॉर के चलते युद्ध प्रभावित और आस-पास के क्षेत्रो में कोई फिल्में शूट नहीं हो रही. यूक्रेन भविष्य में पहले की तरह नहीं रहेगा. यह नाटो का सदस्य होगा, जिससे भारतीय प्रोडक्शन हाउस को कॉस्ट-बेनेफिन इक्वेशन में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है.

इंडो-सोवियत फिल्म्स के डायरेक्टर सतीश शर्मा पिछले कई सालों से रूस और पड़ोसी देशों में शूट कोर्डिनेटर का काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि यूक्रेन में सबकुछ टूट गया है. उन्होंने कहा,”हम मई में एक फिल्म ‘मार्शल’ की शूटिंग के लिए वहां जाने वाले थे और हमने दो शेड्यूल की प्लानिंग की थी, एक मई में और दूसरी दिसंबर-जनवरी 2023 में होगी. एक और फिल्म थी जिसे अशोक मिश्रा डायरेक्ट करने वाले थे और श्याम बेनेगल के साथ इसे यूक्रेन में भी शूट करने की प्लानिंग कर रहे थे. लेकिन हम अभी इस फिल्म की शूटिंग के लिए वहां नहीं जा सकते हैं.”

नटराजन रामजी का मानना है, “हम अन्य देशों में ऐसे जगहें देख सकते हैं, जो यहां कि लोकेशंस से मिलती-जुलती. यूक्रेन के पास पैसे नहीं होंगे, लेकिन जब युद्ध बंद होगा, तो कीमतें और नीचे जाएंगी और फिर से भीड़ होगी. 100 प्रतिशत. ” सतीश शर्मा कहते हैं कि लोग अब इन लोकेशंस पर शूटिंग को लेकर संशय में हैं. “मेरे लिए यूक्रेन और रूस दोनों बराबर थे. मुझे दोनों देशों की जगहों से प्यार है. मुझे नहीं पता कि मैं अब इन स्थानों का सुझाव कैसे दूंगा. मैं लातविया, एस्टोनिया, लिथुआनिया जैसे बाल्टिक देशों का सुझाव भी नहीं दे सकता. अन्य विकल्प क्या हैं? मैं अब उन देशों का सुझाव भी नहीं दे सकता, क्योंकि वे यूक्रेन के बहुत करीब हैं. तो यह इस वक्त पूरी इंडस्ट्री को प्रभावित कर रहा है.

टैग: आरआरआर मूवी, रूस, यूक्रेन

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here