Home Entertainment कंगना रनौत के Lock Upp में मुनव्वर फारूकी को याद आई असली जेल, शेयर किया दर्दनाक अनुभव

कंगना रनौत के Lock Upp में मुनव्वर फारूकी को याद आई असली जेल, शेयर किया दर्दनाक अनुभव

0
कंगना रनौत के Lock Upp में मुनव्वर फारूकी को याद आई असली जेल, शेयर किया दर्दनाक अनुभव

[ad_1]

कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के लॉक अप (Lock Upp) में अलग-अलग रंग दिखाई देने लगे हैं. शो के जरिए कंटेस्टेंट पिछले एक हफ्ते से लोगों का भरपूर मनोरंजन कर रही हैं. शो में कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी (Munawar Faruqui) भी हैं, जो दूसरे कंटेस्टेंट्स के साथ जेल में बंद हैं. क्या आप जानते हैं कि मुनव्वर फारूकी ने असली जेल में भी दिन गुजारे हैं. कॉमेडियन को पिछले साल इंदौर (Indore) में उनके एक शो के दौरान कथित तौर पर ‘हिंदू देवी-देवताओं का अपमान’ (Insulting Hindu gods and goddesses) करने के आरोप में गिरफ्तार (Munawar Faruqui was arrested) किया गया था. हाल ही में मुनव्वर ने नकली जेल में लगए कैमरे पर अपने असली जेल के दर्दनाक अनुभव का साझा किया.

मुनव्वर फारूकी ने शेयर किया असली जेल का अनुभव
कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी (Munawar Faruqui) कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के लॉक अप (Lock Upp) में अक्सर कैमरों से अकेले में बात करते नजर आते हैं. हाल ही नें उन्होंने नकली जेल में लगे कैमरों के सामने अपने असली जेल के अनुभव को साझा किया. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर सिर्फ एक काम होता है, समय काटना, लेकिन ये काम सबसे मुश्किल होता है.

छोटे से बैरक में टहलकर गुजरता था समय
कॉमेडियन ने बताया कि जब वो रियल जेल में थे तब वक्त गुजारने के लिए वह जेल के अंदर टहलते थे, लेकिन बैरक इतना छोटा और उसके अंदर काफी कैदी थे. बैरक में भीड़भाड़ होने के कारण टहलते वक्त काफी सावधानी बरतनी पड़ती थी, ऐसा लगता था कि कही दूसरे कैदी को धक्का न लग जाए, क्योकि ऐसा होने पर लड़ाई हो जाती थी.

ठंड से पत्थर जैसे हो जाते थे पैर
मुनव्वर फारूकी ने आगे कहा कि सुबह हम लोग वॉक करते थे… ठंड का मौसम 5-6 डिग्री टेम्परेचर हो जाता था… नंगे पैर रहते थे, वहां थोड़ी न जूते-वूते, सुबह 7 बजे से वॉक करते थे और 3-4 घंटे तक वॉक करते थे. लगता था एकदम थककर पैर पत्थर जैसे हो गए, 3-4 घंटे हो गए.. जब घड़ी में देखो तो केवल 45 मिनट बीतते थे.

असली जेल में नहीं गुजरता टाइम
टाइम नहीं गुजरता था उधर… क्योंकि दिमाग में बहुत सी चीजें चलती हैं. आप जब परेशान होते हैं, इस लेवल तक परेशान होते हैं तो हर एक सेकेंड दिमाग में बहुत कुछ चलता रहता है. वक्त नहीं गुजरता. एक ही चीज है वहां करना होता है… वक्त गुजारना और एक ही चीज है जो वहां पॉसिबल नहीं है… वक्त गुजारना. इतना कहने के बाद मुनव्वर कैमरे के आगे से चले जाते हैं.

टैग: Kangana Ranaut, मुनव्वर फारुकी



[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here