Home Bihar Tourist Place: नये साल के जश्न के लिए बेगूसराय का यह प्रसिद्ध स्थल है खास, यहां पहुंचना है आसान

Tourist Place: नये साल के जश्न के लिए बेगूसराय का यह प्रसिद्ध स्थल है खास, यहां पहुंचना है आसान

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Tourist Place: नये साल के जश्न के लिए बेगूसराय का यह प्रसिद्ध स्थल है खास, यहां पहुंचना है आसान

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नीरज सिंह

बेगूसराय. यदि आप नये साल पर जश्‍न मनाने की सोच रहे हैं तो बिहार का बेगूसराय अच्छा डेस्टिनेशन साबित हो सकता है. बिहार की औद्योगिक नगरी के रूप में जाने जाने वाले बेगूसराय में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. यहां कई पर्यटन स्थल और पिकनिक स्पॉट है, जहां लोग अपने परिवार और दोस्‍तों के साथ नये साल का जश्‍न मना सकते हैं. मगर प्रकृति की गोद में बसा जयमंगलागढ़ मंदिर के आस-पास के पर्यटन क्षेत्र में सैर-सपाटे का अलग ही मजा है.

यहां आने वाले पर्यटक पूजा-अर्चना कर सबसे पहले अपने लिए मनोकामना मांगते हैं फिर इस पर्यटन क्षेत्र का आनंद लेते हैं. 30 दिसंबर की शाम से एक जनवरी की शाम तक यहां पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है. न्यू ईयर पर पिकनिक मनाने वाले लोगों का यह पसंदीदा स्पॉट है. मंदिर के कुछ ही दूरी पर पौराणिक काल का हरसाई स्तूप, कावर झील सहित कई अन्य पर्यटन स्‍थल हैं, जहां आप मौज-मस्‍ती कर सकते हैं.

जयमंगलागढ़ मंदिर पहुंचना है बेहद आसान

बेगूसराय स्थित जयमंगलागढ़ मंदिर तक पहुंचना बेहद आसान है. यहां आप कम बजट में घूम सकते हैं. बेगूसराय ट्रेन नेटवर्क से जुड़ा हुआ है. यहां के बरौनी जंक्शन आसानी से पहुंचा जा सकता है. जिले के किसी भी कोने से यहां तक आने के लिए बस चलती है.

नए साल पर सजती है 150 से अधिक दुकानें

जयमंगलागढ़ मंदिर परिसर में पूरे साल फूलों का दुकान लगाने लगाने वाले मन्नू कुमार ने बताया कि नये साल को लेकर यहां 150 से अधिक दुकानें सजती हैं. इसमें होटल, झूला व अन्य दुकानें होती हैं. मेले में कारोबार की अगर बात करें तो सभी दुकानों की हर दिन की कमाई लगभग पांच से छह हज़ार रुपये के आस-पास होती है. साल के आखिर में यहां लगभग एक लाख पर्यटक न्यू ईयर पार्टी करने के लिए आते हैं.

प्रसिद्ध शक्तिपीठों में शुमार है जयमंगलागढ़ मंदिर

स्थानीय पुजारी बताते हैं देश के 52 शक्तिपीठों में से एक माता जयमंगलागढ़ मंदिर है. पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार यह प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. भक्त मानते हैं कि माता के दरबार में जो भी मुरादें लेकर आया है, माता ने उसे पूरी की है. देश के प्राचीनतम मंदिरों में से एक जयमंगलागढ़ मंदिर को जागृत स्थल और सिद्ध शक्तिपीठ माना जाता है.

पटना से आए दीनबंधु झा, स्थानीय ई-रिक्शा चालक मनीष कुमार, शिक्षिका प्रियंका सहित अन्य ने बताया कि यहां आने के बाद सबसे पहले माता से मनोकामना मांगी जाती है. उसके बाद मंदिर के चारों ओर कावर झील, पक्षी विहार, बंदरों के साथ खेलने सहित कई अन्य स्थान है जहां घूमने-फिरने का लुत्फ़ उठाया जा सकता है.

टैग: Begusarai news, बिहार के समाचार हिंदी में, नववर्ष की शुभकामना, नए साल का उत्सव, पर्यटन स्थल

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