Home Bihar Russia Ukraine War : यूक्रेन फंसे बिहार के नागरिक तो नीतीश सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, हरसंभव मदद का दिया भरोसा

Russia Ukraine War : यूक्रेन फंसे बिहार के नागरिक तो नीतीश सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, हरसंभव मदद का दिया भरोसा

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Russia Ukraine War : यूक्रेन फंसे बिहार के नागरिक तो नीतीश सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, हरसंभव मदद का दिया भरोसा

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पटना : बिहार की नीतीश कुमार सरकार यूक्रेन में फंसे सूबे के नागरिकों की सकुशल वापसी को लेकर जरूरी कदम उठा रही है। इसी के मद्देनजर सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। सीएमओ ऑफिस की ओर से किए गए ट्वीट में इन नंबर्स की जानकारी दी गई है। साथ ये भी कहा गया कि यूक्रेन में अलग-अलग हिस्सों में फंसे बिहार के छात्रों और नागरिकों की वापसी के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

बिहार सरकार लगातार उठा रही कदम
यूक्रेन में निवासियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने से एक दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार वहां से भारत आने वाले राज्य के लोगों की यात्रा का खर्च उठाएगी। नीतीश कुमार ने शुक्रवार देर रात को ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी थी। उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था करने पर केंद्र का आभार जताया। राज्य के विभिन्न हिस्सों से खबरें आ रही हैं कि माता-पिता यूक्रेन से अपने बच्चों की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

नीतीश सरकार ने जारी किया ये हेल्पलाइन नंबर


यूक्रेन में बड़ी संख्या में फंसे हैं छात्र
पूर्वी चंपारण जिले में केसरिया की निवासी सुमित्रा कुमारी यादव ने कहा कि मेरे दो बच्चे यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। अभी तक दोनों सुरक्षित हैं लेकिन स्थिति गंभीर है। सुमित्रा यादव कांग्रेस की स्थानीय नेता भी हैं। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा खारकीव में थर्ड ईयर का छात्र है। स्थानीय सरकार की सलाह पर वह बंकरों में रहने चला गया है। लेकिन फोर्थ ईयर छात्रा मेरी बेटी ओदेसा में अपने हॉस्टल में रह रही है। उसने मुझे बताया कि उसके कॉलेज की सभी भारतीय छात्राओं ने यह फैसला लिया है।

सुमित्रा यादव ने कहा कि मेरे बेटे ने बताया कि उसके कॉलेज पर बम गिराया गया। मेरे बेटी ने कहा कि महिला होने के कारण बंकरों में रहना उसके लिए ज्यादा असुरक्षित है। मैं उम्मीद करती हूं कि उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जाएगा। पूर्वी चंपारण के चकिया इलाके में आभूषण का कारोबार करने वाले अशोक कुमार की भी यही स्थिति है। उन्होंने कहा, कि मेरा बेटा कुंज बिहारी लीव में फंस गया है। मुझे पता चला है कि वह लौट रहा है। यात्रा कठिन है लेकिन एक बड़ी राहत है।

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