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पटना. रेलवे भर्ती बोर्ड यानी आरआरबी (RRB) और नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन यानी एनटीपीसी (NTPC) की परीक्षा को लेकर छात्रों का आंदोलन अब भी उग्र हैं. बुधवार को भी छात्रों ने कई जगहों पर बवाल काटा और कई रेल गाड़ियों में आग लगा दी. इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) को छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए वरिष्ठ लोगों की एक कमेटी बनाई है. यह यह कमेटी इस मामले में 4 मार्च को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इस बीच राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाने में कोचिंग संचालक खान सर समेत प्रतियोगी परीक्षा कराने वाले 6 शिक्षकों और 300 से 400 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कराया गया है. पत्रकार नगर थाना के थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने अपने ही बयान पर थाने में केस दर्ज करवाया है. खान सर के अलावा एसके झा, नवीन सर अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल प्रताप वर्मा सर और बाजार समिति के विभिन्न कोचिंग संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
दरअसल, इस मामले में गिरफ्तार किए गए छात्र किशन कुमार, रोहित कुमार, राजन कुमार और विकास कुमार ने पटना के जिलाधिकारी और एसएसपी के सामने बयान दिया था जिसमें इन शिक्षकों का नाम सामने आया था. इन सभी कोचिंग संचालक और शिक्षकों पर भड़काऊ भाषण देने छात्रों को उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. कोचिंग वालों पर छात्रों को भड़काने का आरोप लगा है. ऐसे में कोचिंग के मामले में छात्रों में सबसे ज्यादा चर्चित और यूट्यूबर खान सर पर भी आरोप लगे हैं. लेकिन, अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर खान सर ने सफाई दी है.
आरआरबी के नोटिफिकेशन से गड़बड़ हुआ मामला
खान सर ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरआरबी ने अच्छा स्टेप ये उठाया है कि सारे स्टूडेंट से सुझाव मांगा है और कमेटी बना दी है. आरआरबी ने जो कदम आज उठाया वो अगर 18 जनवरी को लिया होता तो इतना उपद्रव नहीं होता. खान सर ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यह आई कि 24 जनवरी को जब राजेंद्र नगर टर्मिनल पर 500 के करीब एनटीपीसी के छात्र हंगामा कर रहे थे, तभी आरआरबी ने ग्रुप डी वालों के लिए तीन बजे ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर दिया.
ग्रेजुएशन और इंटर के अभ्यर्थियों को समान देखना सही नहीं
खान सर ने कहा कि दरअसल, एनटीपीसी के छात्र सोच रहे थे कि कुछ अच्छी सूचना मिलेगी, लेकिन आरआरबी की नोटिफिकेशन ने आग में घी डालने का काम किया. बोर्ड का नोटिफिकेशन ग्रुप डी वालों के लिए था. नोटिफिकेशन में बताया गया था कि ग्रुप-डी के अभ्यर्थियों का अब मेंस एग्जाम लिया जाएगा. ऐसे में ग्रुप डी के सिंगल एग्जाम वाले जो डेढ़ करोड़ छात्र हैं और एनटीपीसी छात्रों का हंगामा मीडिया के माध्यम से देख रहे थे, वे लोग परीक्षा की बात से उग्र हो गए और एनटीपीसी के छात्रों के साथ शामिल हो गए. अब जो हंगामा हो रहा है उनमें ग्रुप डी के ज्यादा छात्र हैं. यह सारी गलती आरआरबी की है.
विरोध- प्रदर्शन के लिए मजबूर हो गए छात्र
खान सर ने कहा कि पहले ही एनटीपीसी गलती कर चुका था, जिससे छात्र गुस्से में थे. उसी वक्त आरआरबी ने नोटिफिकेशन जारी कर हंगामे को और बढ़ा दिया. खान सर ने कहा कि आरआरबी ने आग में घी डालने का काम किया. आरआरबी की गलती की वजह से छात्र सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गए. आरआरबी ने जो एनटीपीसी सीबीटी-1 की परीक्षा ली, उसमें बोर्ड ने ग्रेजुएशन और इंटरमीडिएट दोनों के छात्रों को एक साथ बैठाया.
रिजल्ट देने में भी हुई काफी गड़बड़ी
खान सर ने आगे बताया कि इंटर और ग्रेजुएशन वाले छात्रों को सिंगल प्रश्न पत्र दे दिया, जबकि कट ऑफ अलग-अलग रखा. ग्रेजुएशन वालों का कट ऑफ अलग था, जबकि इंटरमीडिएट वाले छात्रों का अलग. ऐसे में निश्चित रूप से ग्रेजुएशन वाले भारी पड़ेंगे. दोनों को एक साथ मिलाकर रिजल्ट देने में गड़बड़ी हुई है. इंटरमीडिएट वालों को 20 गुना पर रिजल्ट देने का कहा गया था, लेकिन 10 गुना पर ही रिजल्ट मिला. हालांकि, अब आरआरबी ने परीक्षा स्थगित कर दी है.
रेलवे की पहल की खान सर ने सराहना की
खान सर ने यह भी बताया कि रेलवे ने अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके लिए अब एक कमेटी भी बना दी है. यह कमेटी परीक्षा में पास और फेल हुए अभ्यर्थियों की शिकायत को सुनेगी. दोनों पक्षों को सुनने के बाद कमेटी रेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी. उम्मीदवार 16 फरवरी, 2022 तक अपनी शिकायत समिति के सामने रख सकते हैं. इसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा. खान सर ने कहा कि उनके बारे में अफवाह उड़ाई गई और कहा गया कि आंदोलन करने वाले छात्रों को हम लोगों ने रोककर रखा है.
छात्रों से हिंसा न करने की खान सर की अपील
बता दें कि खान सर ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया था. इससे उन्होंने छात्रों से अपील की थी कि वो अपने आंदोलन को शांतिपूर्ण बनाए रखें, अगर हिंसा करेंगे तो कोई भी उनका साथ नहीं देगा. लेकिन, खान सर समेत छह कोचिंग संचालकों पर पत्रकार नगर थाना में आईपीसी की धारा 147 ,148, 149, 151 ,152, 186, 187 ,188 ,330, 332, 353 ,504 506 और 120 बी के तहत केस दर्ज कराया गया है. हालांकि, खान सर ने छात्रों के भड़काने संबंधी किसी भी तरह के आरोप को सिरे से खारिज किया है.
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