Home Bihar PMCH में 2 सीटों पर PG पढ़ाने की अनुमति: PG में 12 सीटों पर शुरू होनी थी टीबी की पढ़ाई, सीनियर रेजिडेंट के पद खाली हैं

PMCH में 2 सीटों पर PG पढ़ाने की अनुमति: PG में 12 सीटों पर शुरू होनी थी टीबी की पढ़ाई, सीनियर रेजिडेंट के पद खाली हैं

0
PMCH में 2 सीटों पर PG पढ़ाने की अनुमति: PG में 12 सीटों पर शुरू होनी थी टीबी की पढ़ाई, सीनियर रेजिडेंट के पद खाली हैं

[ad_1]

पटनाएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक
प्रतीकात्मक तस्वीर। - Dainik Bhaskar

प्रतीकात्मक तस्वीर।

एक ओर राज्य से 2025 तक टीबी उन्मूलन की तैयारी है और दूसरी ओर हाल ही में मिली टीबी के पीजी कोर्स की पढ़ाई पर ही खतरा मंडराने लगा है। पीएमसीएच के टीबी और चेस्ट विभाग में फैकल्टी की कमी है। सवाल है कि टीबी के विशेषज्ञ ही तैयार नहीं होंगे या फिर टीबी विशेषज्ञों की राज्य में कमी रहेगी तो टीबी का उन्मूलन कैसे होगा? पीजी कोर्स के लिए विभाग में प्रोफेसर का होना जरूरी है, लेकिन हालत यह है कि इसके दो में से एक पद पर ही संविदा पर एक डॉक्टर कार्यरत हैं। उनकी सेवा भी खत्म हो गई थी।

नौ महीने का एक्सटेंशन देकर विभाग में पढ़ाई जारी रखी गई है। विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के चार पद है। इनमें तीन एसोसिएट प्रोफेसर कार्यरत हैं और एक पद खाली है। सहायक प्रोफेसर के नौ पद हैं और दो ही सहायक प्रोफेसर हैं। विभाग में सहायक प्रोफेसर के सात पद रिक्त है। सीनियर रेजिडेंट के सभी 12 पद खाली हैं। पहले डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई होती थी। टीबी एंड चेस्ट विभाग में पहले डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई होती थी। नेशनल मेडिकल काउंसिल ने विभाग में पीजी कोर्स शुरू करने के लिए हाल ही में दो सीट की अनुमति दी है।

विभाग में इसी सत्र से दो सीट पर पीजी की पढ़ाई शुरू होगी। विभाग में डिप्लोमा के लिए भी तीन सीट है। विभाग में फैकल्टी के अनुसार पीजी की सीट की मंजूरी मिलती है। एक प्रोफेसर, एक एसोसिएट, एक असिस्टेंट और एक सीनियर रेजिडेंट को मिलाकर यूनिट बनता है और एक यूनिट पर पीजी की दो सीट की अनुमति मिलती है। विभाग के चिकित्सकों की मानें तो विभाग में सभी रिक्त पदों की भरपाई हो जाए तो यहां पीजी की 12 सीट की अनुमति मिल सकती है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here