Home Bihar Patna: साल में 1 बार जरूर कराएं बच्चों का यूरिन टेस्ट, समय रहते होगी इस बीमारी की पहचान

Patna: साल में 1 बार जरूर कराएं बच्चों का यूरिन टेस्ट, समय रहते होगी इस बीमारी की पहचान

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Patna: साल में 1 बार जरूर कराएं बच्चों का यूरिन टेस्ट, समय रहते होगी इस बीमारी की पहचान

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सच्चिदानंद

पटना. बच्चों में किडनी रोगों का खतरा लगातार बढ़ रहा है. देश भर में लाखों बच्चे कम उम्र में किडनी से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. बच्चों में किडनी रोगों के प्रति जागरूकता लाने के लिए देश-विदेश के किडनी रोग विशेषज्ञ बिहार की राजधानी पटना में जुट रहे हैं. पटना में पहली बार राज्य स्तरीय पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. चार और पांच मार्च तक पटना के होटल चाणक्य में यह आयोजन किया जाएगा.

इस सम्मेलन में देश भर के प्रख्यात किडनी रोग विशेषज्ञ शामिल होंगे. इसके अलावा, लंदन और दुबई से भी चिकित्सक यहां पहुंच रहे हैं. यह आयोजन पाटलिपुत्र नेशनल किडनी फाउंडेशन की ओर से आयोजित की जा रही है. इसमें बच्चों में किडनी रोग के बढ़ते मामलों को लेकर विस्तार से चर्चा की जाएगी.

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बच्चों में किडनी रोगों के यह होते हैं लक्षण

बच्चों में अगर किडनी से संबंधित बीमारी होती है, तो वो उसे बताने में असमर्थ होते हैं. शुरुआती दौर में कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है. ऐसे में माता-पिता को बच्चों के ग्रोथ पर नजर रखनी चाहिए. उनके वजन, ऊंचाई, हड्डियों का ग्रोथ, बालों के ग्रोथ पर नजर रखने की जरूरत है. बच्चों में किडनी की बीमारी होने का सबसे बड़ा कारण मोटापा है. इसके अलावा, भूख ना लगना, खून की कमी होना, बीपी बढ़ना और कभी-कभी मिर्गी जैसे भी लक्षण देखने को मिलते हैं. अगर शुरुआती दौर में इसकी पहचान कर ली जाये, तो इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है.

स्कूलों में बच्चों के टेस्ट की हो सुविधा

आईजीआईएमएस किडनी रोग विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ. ओम कुमार और पारस हॉस्पिटल के डॉ. शशि कुमार ने बताया कि बच्चों में किडनी संबंधी बीमारियों का सबसे बड़ा कारण यह है कि शुरुआती समय में यह बीमारी पकड़ में नहीं आती. क्योंकि बच्चों में इसके कोई लक्षण नहीं नजर आते. ऐसे में जरूरी है कि स्कूलों में साल में कम से कम एक बार बच्चों का यूरिन टेस्ट करवाया जाए. जिस तरह स्कूलों में रूटीन चेकअप लगाकर ब्लड टेस्ट और आई टेस्ट किया जाता है. उसी प्रकार बच्चों के यूरिन की भी जांच की जाए, ताकि इस बीमारी का पता लगाया जा सके.

पटना में जुटेंगे किडनी रोग विशेषज्ञ

पाटलिपुत्र नेशनल किडनी फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. हेमंत कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में देश-विदेश के लगभग 200 से अधिक किडनी और शिशु रोग विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे. बिहार से 160 डॉक्टर भी इसमें शिरकत करेंगे. इस राज्य स्तरीय पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी सम्मेलन में बच्चों में होने वाले किडनी संबंधित बीमारी की जांच और उपचार पर मंथन किया जाएगा.

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