[ad_1]
रिपोर्ट मो. महमूद आलम
नालंदा. नव नालंदा महाविहार में आयोजित चतुर्थ दीक्षांत अयोजित हुआ. समारोह में भारत सरकार में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने भाग लिया. उन्होंने 1209 विद्यार्थियों को उपाधि दी. इसमें 252 विदेशी छात्र-छात्राएं शामिल थे. इससे पूर्व उन्होंने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष का निरीक्षण किया और उसकी वस्तु स्थिति देख आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया.
किताबों में पढ़ा करते थे अब देखने को मिला है
आपके शहर से (नालंदा)
इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि पहले नालंदा विश्वविद्यालय के बारे में किताबों में पढ़ा करते थे. अब देखने को मिला है, इसलिए खुद को गौरांवित महसूस कर रहा हूं. छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इस उपाधि के बाद आपकी नई यात्रा में आपके अनेक सपने होंगे और बड़े लक्ष्य होंगे. मगर खुशी की बात यह है कि आज आगे बढ़ने के लिए आपके अनुभव है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छात्र अपने सपनों के साथ-साथ अपनी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प जरूर करें.
भारत सहित इन देशों के छात्रों को मिली उपाधि
इस मौके पर देश के विभिन्न राज्यों के छात्रों के अलावा, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, व्यतनाम, कंबोडिया, इत्यादि देशों के सकड़ों छात्र यहां से विभिन्न विषयों पर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. जबकि 8 सत्रों के 252 विदेशी छात्रों को उपाधि प्रदान किया. जिनमें 1209 छात्रों में से 72 को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल दिया गया.
अपने संबोधन में मंत्री रेड्डी ने कहा कि जैसे ही नालंदा का नाम जेहन में आता है, श्रद्धा और महान ज्ञान परंपरा का इतिहास हमारे सामने नाचने लगता है. ‘नालम् ददाति इयि नालंदा’ यानि जो निरंतर दुनिया को सर्वश्रेष्ट ज्ञान दे रहा है, वही नालंदा है. यह वही धरती है, जिसपर बैठकर महात्मा बुद्ध, भगवान महावीर जैसे महापुरुषों ने तपस्या की और समाज का मार्गदर्शन किया.
चतुर्थ दीक्षांत समारोह में वर्ष 2015 से 2022 के छात्र हुए शामिल
कुलाधिपति सह केन्द्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने नव नालंदा महाविहार के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में वर्ष 2015 से 2022 के 1209 बीए प्रतिष्ठा, एमए व शोधार्थी छात्रों को उपाधि प्रदान की. इनमें 252 विदेशी छात्र शामिल हैं. 62 पीएचडी छात्रों के साथ 72 टॉपर्स छात्रों, जिनमें 30 बेटियां हैं. को विश्वविद्यालय पदक से अलंकृत किया जाएगा.
जबकि, वियतनाम बौद्ध विश्वविद्यालय के वॉयस रेक्टर पुज्य थीट नहाततु, दिल्ली विवि में बौद्ध अध्ययन विभाग के पूर्व आचार्य संघसेन सिंह व महाविहार के पूर्व आचार्य प्रो. अंगराज चौधरी को विद्या वारिधि की मानद उपाधि दी गई.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: बिहार के समाचार, नालंदा न्यूज
पहले प्रकाशित : 11 मार्च, 2023, शाम 6:46 बजे IST
[ad_2]
Source link