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कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccination Bihar) की 12 डोज लेने के बाद फर्जीवाड़े के मामले का सामना कर रहे 84 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल
आरजेडी विधायक ने एसपी और डीएम को लिखा पत्र
आरजेडी विधायक ने पत्र में आगे लिखा है कि, इस मामले में कोरोना और वैक्सीन को लेकर शोध करने वाले वैज्ञानिकों को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने मधेपुरा एसपी के नाम से भेजे पत्र में कई सवाल भी उठाए हैं। उन्होंने लिखा है कि 12 वैक्सीन लेने के बाद भी एक 84 वर्षीय व्यक्ति कैसे सुरक्षित है? जब वैक्सीन के दो डोज के बीच का अंतर सरकार ने 84 दिन निर्धारित किया, फिर भी 48 घंटे के भीतर दो बार वैक्सीन लेने वाले 84 वर्षीय व्यक्ति पर इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव क्यों नहीं पड़ा?
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जानिए मधेपुरा सदर विधायक ने क्या कहा
मधेपुरा सदर के विधायक प्रो. चंद्रशेखर ने लिखा, ‘ब्रह्मदेव मंडल ने वैक्सीन लेने से अपने स्वास्थ्य में सुधार की बात कही है, उनके इस दावे में कितनी सच्चाई है? क्या वैक्सीन सच में दर्द निवारक का काम करती है? ऐसे ही कई सवाल हैं जिसका जवाब पुलिस और कोरोना पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों को भी देना चाहिए। उन्होंने लिखा कि यह घटना वैश्विक स्तर पर जारी कोरोना और उसके दवा आदि पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों के लिए अनुसंधान का विषय हो सकता है।’
12 बार वैक्सीन का दावा करने वाले ब्रह्मदेव मंडल पर गिरफ्तारी की तलवार
वहीं इस पूरे प्रकरण में स्वास्थ्य महकमे और सरकार को घेरते हुए मीडिया का हवाला देते हुए आरजेडी विधायक ने कई और बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा पता चला है कि पुरैनी थाना क्षेत्र अंतर्गत औराय गांव निवासी 84 वर्षीय बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल की ओर से 12 बार कोरोना का वैक्सीन लिया गया। जिसे कोरोना वैक्सीनेशन के नियमों का उल्लंघन मानते हुए स्थानीय पीएचसी प्रभारी की ओर से उनके खिलाफ 8 जनवरी 22 को धारा 419/420 और 188 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया। इस घटना के बाद ब्रह्मदेव मंडल फरार चल रहे और उनका परिवार डरा हुआ है।
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आरजेडी विधायक ने स्वास्थ्य महकमे पर भी उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति का 12 बार कोरोना वैक्सीन लेना सिर्फ उस व्यक्ति के ऊपर नहीं बल्कि कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर बनायी गयी व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़ा करता है। जब सरकार ने वैक्सीनेशन प्रक्रिया को आधार कार्ड से जोड़ा तो फिर उसके बार-बार वैक्सीन लेने की बात से स्वास्थ्य महकमा कैसे अनभिज्ञ रहा? उन्होंने पूछा क्या इसके लिए सिर्फ वैक्सीन लेने वाला ही दोषी है? विधायक ने एसपी के नाम लिखे इस पत्र की एक कॉपी जिलाधिकारी को भी भेजा है। देखना दिलचस्प होगा कि अब इस मामले पर पुलिस और प्रशासन क्या कार्रवाई करती है?
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