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रूडी का नीतीश सरकार पर अटैक
राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि सरकार के अनुसार, मात्र 46 लोग छपरा शराबकांड में मरे थे। वहीं सारण शराब काण्ड में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के अनुसार असमय जान गंवाने वालों की संख्या 77 है। रुडी ने कहा कि मोतिहारी शराबकाण्ड में भी ऐसा ही हो रहा। सरकार और स्थानीय प्रशासन साथ मिलकर मौत के आंकड़ों को भी घटाकर प्रदर्शित कर रहा है।
शराबबंदी कानून पर उठाए सवाल
रूडी ने कहा कि इस घटना में फिर से उन्हीं लोगों की मौत शराब के कारण हुई है जिसे हमेशा विकसित करने, आगे बढ़ाने, उनकी उन्नति प्रगति का राग बिहार सरकार अलापती रहती है। पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में जहरीली शराब का कहर जारी है। अपने मोतिहारी कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री रूडी ने कहा था कि बिहार को मजदूरों की फैक्ट्री बना दिया गया है। मोतिहारी में हुई मौतें प्रदर्शित करती हैं कि राज्य में रोजी-रोजगार है नहीं। विकास के नाम पर केवल कमीशन वाले काम हुए और रोजगार के अभाव में लोग यहां से पलायन करते रहे हैं।
जहरीली शराब से दी जा रही मौत- रूडी
बीजेपी सांसद ने कहा कि सरकार ने एक उद्योग जरूर विकसित किया है, वह है मजदूर सप्लाई करने का। बिहार को मजदूर बनाने की फैक्ट्री बना दिया है। हालांकि बिहार के लोग ऊंचे पदों पर भी हैं। लेकिन किसी भी राज्य के किसी भी जिले के किसी भी उद्योग धंधे-कारखाने में आप प्रवेश कर जाएं तो वहां आपको बिहारी मजदूर, श्रमिक जरूर मिलेंगे। हर दिन लोगों का पलायन हो रहा है और जो नहीं जा रहे है उन्हें जहरीली शराब से मौत दी जा रही।
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रिपोर्ट- अमित गिरी, छपरा
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