Home Bihar Bihar Politics: नीतीश-तेजस्वी को 450 दिन पहले ही टेंशन देने की तैयारी, ‘चुपचाप मिशन’ पर काम कर रही बीजेपी

Bihar Politics: नीतीश-तेजस्वी को 450 दिन पहले ही टेंशन देने की तैयारी, ‘चुपचाप मिशन’ पर काम कर रही बीजेपी

0
Bihar Politics: नीतीश-तेजस्वी को 450 दिन पहले ही टेंशन देने की तैयारी, ‘चुपचाप मिशन’ पर काम कर रही बीजेपी

[ad_1]

Bihar News: 2024 लोकसभा चुनाव में अभी 15 महीने की देरी है लेकिन तमाम राजनीतिक पार्टियां अभी से ही आम चुनाव की तैयारी में जुट चुकी है। कांग्रेस जहां भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन इन सबसे अलग बीजेपी अकेले दम पर बिहार में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।

नील कमल, पटना: भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई 2024 के लोकसभा चुनाव ( Loksabha Election ) और 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने का मन बना चुकी है। गौरतलब है कि 9 अगस्त 2022 को नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) ने बीजेपी का साथ छोड़ आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार का गठन किया था। जेडीयू के अलावा एनडीए के सहयोगी रहे जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा भी महागठबंधन का हिस्सा बन गई। इसका नतीजा यह हुआ कि बिहार में बीजेपी बिल्कुल ही अकेली खड़ी नजर आ रही है।

आगामी चुनाव अपने दम पर लड़ेगी बीजेपी

भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई 2024 लोकसभा चुनाव और 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है। बीजेपी की प्रदेश इकाई द्वारा केंद्रीय नेतृत्व से मिल रहे निर्देशों के बाद इसकी तैयारी में जी जान से जुटी है। बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी चुपचाप अपने इस मिशन पर काम कर रही है। पार्टी के कार्यकर्ताओं को स्पष्ट रूप से कह दिया गया है कि वह अपने क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाओं के विषय में जानकारी दें। बिहार में बीजेपी जब तक सत्ता में रही तो विकास के किस तरह के काम किए गए, इसकी भी जानकारी घर-घर पहुंचाने का काम करें। इसके अलावा बीजेपी के कार्यकर्ता जनता को यह भी बताने का काम करेंगे कि किस प्रकार सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से नीतीश कुमार बिहार को फिर पीछे धकेलने का काम कर रहे हैं।

बिहार बीजेपी प्रभारी ने भी कर दिया है ऐलान

बिहार बीजेपी के प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने भी कार्यकर्ताओं को रणनीति के तहत काम करने का निर्देश दिया है। बता दें कि हाल ही में क्षेत्रीय बैठक को संबोधित करने पहुंचे बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े ने कहा था कि राज्य में आने वाले लोकसभा चुनाव और उसके बाद विधानसभा का चुनाव बीजेपी अपने दम पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि एक तरफ 7 दलों का गठबंधन है, तो दूसरी तरफ बीजेपी अपने संगठन का विस्तार कर हर बूथ तक पार्टी को और भी ज्यादा मजबूत करने का काम करेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को कहा कि राजनीति में हमेशा दो और दो का योग 4 नहीं होता। कई बार यह 22 भी हो जाता है।

उपचुनाव में बीजेपी को मिली जीत से उत्साहित

नवंबर और दिसंबर के महीने में बिहार विधानसभा की 3 सीटों पर हुए उपचुनाव में 2 पर जीत हासिल करने के बाद बीजेपी का उत्साह चरम पर है। गौरतलब है कि उपचुनाव में जेडीयू के साथ आरजेडी और कांग्रेस के अलावा चार अन्य दल भी बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे थे। बावजूद इसके बीजेपी ने गोपालगंज और कुढ़नी उपचुनाव में जीत हासिल की। बीजेपी का मानना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन सरकार को बिहार की जनता ने नकार दिया है। इसलिए महागठबंधन के 7 दलों के खिलाफ अकेली चुनाव लड़ रही बीजेपी को चुनाव जीता कर जनता ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव को बड़ा संदेश दे दिया है। बीजेपी यह मानकर चल रही है कि बिहार की जनता न तो जंगलराज भूली है न ही लालू यादव परिवार के घोटालों को। इसके अलावा तुष्टिकरण की वजह से बार-बार पाला बदलने वाली नीतीश कुमार का ग्राफ भी जनता की नजरों में काफी गिर चुका है। इसलिए 2024 और 2025 में बिहार की जनता बीजेपी के साथ ही खड़ी रहेगी।

लोकसभा की 34 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है बीजेपी

बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से 34 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है। गौरतलब है कि 6 सीट वह अपने सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के लिए छोड़ सकती है। गौरतलब है कि रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति के दो फाड़ हो चुके हैं। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति कुमार पारस है तो लोक जनशक्ति (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान है। इनमें से पशुपति कुमार पारस एनडीए में शामिल हो चुके हैं और वह केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान भी एनडीए में शामिल हो सकते हैं। यही वजह है कि 6 सीट इन दोनों पार्टियों को दिए जा सकते हैं। बीजेपी के सूत्र ने यह भी बताया कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजे अब हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। हालांकि सूत्र ने यह भी बताया कि जनता दल यूनाइटेड की वापसी एनडीए में तभी हो सकती है, जब नीतीश कुमार उस पार्टी में ना हो।

आसपास के शहरों की खबरें

नवभारत टाइम्स न्यूज ऐप: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here