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पूर्णिया. बिहार के पूर्णिया जिला के जलालगढ़ में मांजीवछ मंदिर है. इस मंदिर की पौराणिक मान्यताएं हैं.अगर आप संतान की प्राप्ति और मंदिर के इतिहासों के पन्ने में जानेंगे तो इतिहास बहुत लंबा है. मान्यता है कि इस मंदिर परिसर स्थित पोखर में एक तालाब है, इसमें कोई भी दंपति स्नान कर ले तो उनको संतान की प्राप्ति होती है. मंदिर के पुजारी विद्यानंद ठाकुर के मुताबिक इस पोखर में डूबकी लगाने के दौरान पति या पत्नी दोनों में से किसी भी सदस्य के हाथों में कुछ मिलता है. इससे अपने साथ लेकर सच्ची श्रद्धा से मंदिर में जाकर मां जीवछ की पूजा अर्चना करने से आपको संतान की प्राप्ति होगी.
ग्रामीणों से जानिए इस मंदिर की कहानी
ग्रामीण सुजीत झा, अवधेश सिंह, जितेंद्र कुशवाह सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि इस मंदिर की कहानी हमलोग अपने पूर्वजों से सुनते आ रहे हैं. स्थानीय ग्रामीण मिथिलेश कुमार कहते हैं मंदिर की बहुत पुरानी मान्यताएं हैं, हालांकि इस मंदिर की स्थापना कब की गई इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. मंदिर के पंडित विद्यानंद ठाकुर बताते हैं कि जलालगढ़ का पूर्व का नाम गुड़िया था. यहां पर एक मौरं नाम की बुढ़िया थी. इनको और इनके पति को कुष्ट रोग था. यह बुढ़ी औरत बांझ भी थी. इस कारण इनके घर वालों ने इन्हें घरसे निकाल दिया था. उसके बाद दोनों पति-पत्नी ने इसी स्थान पर आकर अपना स्थान ग्रहण किया.जिसके बाद उन्हें संतान की प्राप्ति हुई. तब से ही इस जगह को जीवछ माता मंदिर के नाम से प्रचलित हैं.
चीन, नेपाल और भूटान सहित भारत कई राज्यों से आते है श्रद्धालु
मंदिर के पुजारी विद्यानंद ठाकुर ने कहा कि माता जीवछ मंदिर में संतान की प्राप्ति के लिए भारत ही नहीं चाइना, नेपाल, भूटान सहित अन्य दूर-दूर जगहों से श्रद्धालु आते हैं. पुत्री या पुत्रधन की प्राप्ति के लिए मंदिर के परिसर में आकर बने तालाब में स्नान कर डुबकी लगा कर अपने साथ मिले प्रसादों को साथ रखते हुए नये वस्त्र धारण कर माता की पूजा पाठ करते हैं. मांनिश्चित ही मनोकामनाएं पूर्ण करती है .पंडित जी एवं अन्य ग्रामीणों ने कहा अगर आपकी मनोकामना पूर्ण होती हैं तो आपको निश्चित ही इस मंदिर में चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है.
वैशाखी पर्व से चार दिवसीय लगता है मेला
मंदिर कमेटी के सदस्य एवं ग्रामीणों का कहना है कि हर वर्ष वैशाखी पर्व के मौके पर मां जीवछ मंदिर में चार दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें लोग दूर-दराज से आकर अपनी मनोकामना मांगते हैं और निश्चित ही उनकी पूर्ण होती है. तो अगर आपको भी संतान का सुख प्राप्त करना है तो यहां पर आकर अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं.
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पहले प्रकाशित : 16 अप्रैल, 2023, दोपहर 1:46 बजे IST
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