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बिहार विधान परिषद
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार विधान परिषद के 5 में से 4 सीट पर चुनाव परिणाम आ चुका है। इसमें सबसे चौंकाने वाला रिजल्ट सारण शिक्षक निर्वाचन से रहा। यहां से प्रशांत किशोर समर्थित उम्मीदवार अफाक अहमद ने महागठबंधन (CPI) समर्थित उम्मीदवार व दिवंगत केदारनाथ पांडेय के बेटे आनंद पुष्कर को हराया। निर्दलीय उम्मीदवार अफाक को द्वितीय वरीयता में 2664 और आनंद को 2381 वोट मिले। इधर, जिस सीट पर सबकी निगाहें टिकी है, उसपर वोटों की गिनती हो ही रही है। गया स्नातक निर्वाचन से सीट से राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे को पुनीत सिंह मैदान हैं। उनका मुकाबला भाजपा के अवधेश नारायण सिंह से है। दूसरे राउंड में वह भाजपा प्रत्याशी से 972 वोट से आगे चल रहे हैं।
गया में भाजपा और कोसी में जदयू की जीत
इधर, गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के जीवन कुमार ने जीत दर्ज की। उन्होंने महागठबंधन के प्रत्याशी संजीव श्याम सिंह को हराया। दूसरे वरीयता की गिनती के बाद उन्हें विजयी घोषित कर दिया गया। वहीं कोसी शिक्षक निर्वाचन सीट पर जदयू ने जीत हासिल की है। यहां पर पूर्व एमएलसी शारदा सिंह के बेटे और जदयू उम्मीदवार डॉ. संजीव कुमार सिंह ने जीत दर्ज किया। उन्होंने भाजपा ने रंजन कुमार को मात दी। इस सीट पर भाजपा और जदयू के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था लेकिन काउंटिंग के बाद परिणाम डॉ. संजीव कुमार सिंह के पक्ष में ही आए।
डॉ. पुनीत सिंह की प्रतिष्ठा सीधे सत्ताधारी सबसे बड़े दल से जुड़ी
गया स्नातक सीट पर भाजपा के अवधेश नारायण सिंह का सामना राजद के डॉ. पुनीत सिंह से है। नाम डॉ. पुनीत सिंह का है, लेकिन प्रतिष्ठा सीधे सत्ताधारी सबसे बड़े दल से जुड़ी है। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के भाई डॉ. पुनीत सिंह को जिताने के लिए राजद ने पूरी ताकत झोंक रखी है। राज्य की राजनीति में कद और अनुभव के हिसाब से अवधेश नारायण सिंह बीस हैं, इसलिए यह सीट प्रतिष्ठा के टकराव का सबसे बड़ा इलाका है। यह सीट प्रतिष्ठा पर इसलिए भी फंसी है, क्योंकि उम्मीद और दावों से उलट गया के शिक्षक सीट पर जनता दल यूनाईटेड के अनुभवी प्रत्याशी संजीव श्याम सिंह को भाजपा के जवान चेहरे जीवन कुमार ने वोटों की गिनती में पछाड़ रखा है।
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