Home Bihar Bihar liquor case: बिहार जहरीली शराब कांड की जांच पर JDU सांसद बोले- सांविधानिक संस्थाओं का हो रहा दुरुपयोग

Bihar liquor case: बिहार जहरीली शराब कांड की जांच पर JDU सांसद बोले- सांविधानिक संस्थाओं का हो रहा दुरुपयोग

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Bihar liquor case: बिहार जहरीली शराब कांड की जांच पर JDU सांसद बोले- सांविधानिक संस्थाओं का हो रहा दुरुपयोग

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जहरीली शराब कांड (सांकेतिक तस्वीर)

जहरीली शराब कांड (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला

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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के बिहार दौरे को लेकर विपक्ष ने लोकसभा में भी हंगामा किया। जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह ने बिहार जहरीली शराब कांड की एनएचआरसी की जांच पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि सांविधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। सिंह जो जेडी (यू) के अध्यक्ष भी हैं, ने लोकसभा में पूछा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) छपरा जहरीली त्रासदी की जांच क्यों कर रहा है।

मुंगेर के सांसद ने कहा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार सरकार को सूचित किया है कि छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच उनकी ओर से की जाएगी। मानवाधिकार आयोग इसमें कैसे आया? उन्होंने आरोप लगाया, सांविधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। हालांकि, पटना साहिब से भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एनएचआरसी जांच का समर्थन किया और कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भी जांच करनी चाहिए। प्रसाद ने कहा, जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। कोई पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ, विसरा नहीं रखा गया। एनएचआरसी को वहां जाना चाहिए, बाल आयोग को भी जाना चाहिए क्योंकि मरने वालों में बच्चे, दलित, पिछड़े वर्ग शामिल हैं …. यह गंभीर मुद्दा है। पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव ने उनका समर्थन किया।

जनार्दन सिंह सिग्रीवाल (भाजपा) ने बिहार में जहरीली शराब त्रासदी में मारे गए लोगों के लिए मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा कि एनएचआरसी, बाल अधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग को जहरीली शराब त्रासदी की जांच करनी चाहिए। नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को सारण जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या 38 बताई थी। विपक्षी भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या 100 को पार कर गई होगी। छपरा सारण प्रमंडल का जिला मुख्यालय है।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने सुझाव दिया कि राजनीतिक दल शराब का कारोबार करने वालों को टिकट न दें। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह अपील करता हूं कि पहले भाजपा यह करे, उसके बाद कांग्रेस को भी ऐसा करना चाहिए।  ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तहादुल मुसलमिन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार को समुद्री रास्ते से आर रहे बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए और अधिक फंड निर्धारित करने की जरूरत है।

बिहार सरकार मौत की घटनाओं को दबाने की कर रही कोशिश: चिराग
इस बीच लोजपा के चिराग पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार जहरीली शराब से मौत की घटनाओं को दबाने की कोशिश कर रही है और महागठबंधन के नेता चुप्पी साधे बैठे हैं।

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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के बिहार दौरे को लेकर विपक्ष ने लोकसभा में भी हंगामा किया। जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह ने बिहार जहरीली शराब कांड की एनएचआरसी की जांच पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि सांविधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। सिंह जो जेडी (यू) के अध्यक्ष भी हैं, ने लोकसभा में पूछा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) छपरा जहरीली त्रासदी की जांच क्यों कर रहा है।

मुंगेर के सांसद ने कहा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार सरकार को सूचित किया है कि छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच उनकी ओर से की जाएगी। मानवाधिकार आयोग इसमें कैसे आया? उन्होंने आरोप लगाया, सांविधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। हालांकि, पटना साहिब से भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एनएचआरसी जांच का समर्थन किया और कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भी जांच करनी चाहिए। प्रसाद ने कहा, जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। कोई पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ, विसरा नहीं रखा गया। एनएचआरसी को वहां जाना चाहिए, बाल आयोग को भी जाना चाहिए क्योंकि मरने वालों में बच्चे, दलित, पिछड़े वर्ग शामिल हैं …. यह गंभीर मुद्दा है। पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव ने उनका समर्थन किया।

जनार्दन सिंह सिग्रीवाल (भाजपा) ने बिहार में जहरीली शराब त्रासदी में मारे गए लोगों के लिए मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा कि एनएचआरसी, बाल अधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग को जहरीली शराब त्रासदी की जांच करनी चाहिए। नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को सारण जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या 38 बताई थी। विपक्षी भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या 100 को पार कर गई होगी। छपरा सारण प्रमंडल का जिला मुख्यालय है।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने सुझाव दिया कि राजनीतिक दल शराब का कारोबार करने वालों को टिकट न दें। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह अपील करता हूं कि पहले भाजपा यह करे, उसके बाद कांग्रेस को भी ऐसा करना चाहिए।  ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तहादुल मुसलमिन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार को समुद्री रास्ते से आर रहे बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए और अधिक फंड निर्धारित करने की जरूरत है।

बिहार सरकार मौत की घटनाओं को दबाने की कर रही कोशिश: चिराग

इस बीच लोजपा के चिराग पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार जहरीली शराब से मौत की घटनाओं को दबाने की कोशिश कर रही है और महागठबंधन के नेता चुप्पी साधे बैठे हैं।



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