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सीवान एसपी ने बताया कि सीनाजोरी करते हुए फर्जी अफसरों ने खुद उन्हें कॉल कर जांच करने की जानकारी दी।
– फोटो : अमर उजाला
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हूटर-लाइट लगी ब्रेजा कार से पहुंचे दो लोगों ने खुद को एंटी करप्शन का अधिकारी बताया और सीवान में गुठनी चौराहे पर वाहनों की जांच के नाम पर वसूली करने लगे। रविवार आधी रात के बाद यह जांच चल ही रही थी कि सीवान पुलिस की जिप्सी पहुंच गई। पुलिस ने वाहन जांच कर रहे दोनों लोगों को कब्जे में लिया तो रात में उस रास्ते से गुजर रही गाड़ियों पर बैठे लोग चौंक गए। सोमवार को सीवान के पुलिस अधीक्षक (SP) ने खुद आकर कि दोनों न केवल फर्जी थे, बल्कि धौंस जमाने के लिए उन्हें भी फोन किया था। एसपी शैलेश कुमार सिन्हा के अनुसार, जब रात एक बजे इन लोगों का कॉल आया तो दिमाग ठनका कि एंटी करप्शन की टीम को इस समय किस तरह की जांच करनी है।
यूपी के रहने वाले है गिरफ्तार फर्जी पदाधिकारी
पुलिस को एक्टिवेट किया तो सामने आया कि दानों फर्जी हैं और उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले हैं। इनमें से एक शेषमणि सिंह का पुत्र अमन सिंह है जबकि दूसरा अखिलेश सिंह का पुत्र अमित सिंह है। दोनों यूपी के देवरिया जिले के लार थाना के चुरिया गांव के निवासी बताए जाते हैं।इनके पास से पुलिस ने एक ब्रेजा कार, फर्जी पहचान पत्र, 3 मोबाईल और स्मार्ट व्हील्स प्राइवेट लिमिटेड के तीन रसीद भी जब्त किया है।
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