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घायल मनोज ने बताया कि जब वह अपने खेत में जुताई करने गया तो गांव के ही चंद्रभूषण साव ने दस पंद्रह सहयोगियों को लेकर आए और चाकू गड़ासा से हमला बोल दिया। मेरे बचाव में आये अन्य पांच लोगों को भी उन्होंने बेरहमी से पीटा।
पहले भी दोनो पक्षों में चले हैं लाठी-डंडे
इस मामले में आरी खातिर पारी बिकनेवाली कहावत लागू है। दोनो में से कोई भी पक्ष इस विवाद में पीछे हटने को तैयार नही है। पूर्व में भी इस विवाद को लेकर दोनो पक्षों में कई मारपीट हो चुकी है। लाठी-डंडे चल चुके हैं। केस-फौदारी हो चुकी है। बताया जाता है कि खेत के आरी को लेकर घायलों का गांव के ही चंद्रेश्वर साह से पुराना विवाद चला आ रहा है। शनिवार की सुबह भी इसी विवाद को लेकर दोनों पक्षों के बीच पहले जमकर बहस और नोंकझोंक हुई थी। फिर देर रात दोनों पक्षों में इसी विवाद को लेकर जमकर मारपीट हुई।
घटना में 7 लोग हुए घायल
दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडा, चाकू और गड़ासा तक चला। जिसमें सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान चेंगा बिगहा गांव में अफरा-तफरी मच गई। घायलों की चीख-पुकार से पूरा गांव दहल उठा। ग्रामीणों के बीच बचाव के झगड़ा रुकने पर आनन-फानन में सभी घायलों को इलाज के लिए ओबरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, जहां चार की हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने रेफर कर दिया। उनका इलाज औरंगाबाद सदर अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस कार्रवाई में जुटी
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी हासिल कर कार्रवाई में जुटी है। ओबरा थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने बताया कि पुलिस ने घायलों का फर्दबयान लिया है। छानबीन की जा रही है। प्राथमिकी दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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