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लालू प्रसाद ने सीएम रहते क्यों नहीं की आनंद मोहन की मदद?
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कृष्णैया हत्याकांड के समय लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे। इसलिए वही बताएं कि यदि पूर्व सांसद आनंद मोहन निर्दोष थे, तो उन्होंने उस समय उनकी कोई मदद क्यों नहीं की? सुशील मोदी ने कहा कि दलित आईएएस (IAS) अधिकारी की ड्यूटी के दौरान दिनदहाड़े हुई हत्या की यह जघन्य घटना लालू राज के डरावने दिनों की याद दिलाती है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि उस दौर में दलितों के नरसंहार, हत्या और व्यवसायों के अपहरण की घटनाएं आम हो चुकी थीं।
सरकार ने लाखों सरकारी कर्मचारियों का जीवन खतरे में डाला
सुशील कुमार मोदी ने बताया कि आनंद मोहन के मामले में लालू-राबड़ी सरकार ने सेशन कोर्ट से हाईकोर्ट तक उनकी रिहाई का विरोध किया था। आज यही लोग उनकी रिहाई के लिए जेल कानून को बदल रहे हैं। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि 2005 तक राजद की सरकार थी। तब क्यों नहीं आनंद मोहन को निर्दोष बताने की कोशिश की गई ? इसका जवाब तो लालू प्रसाद ही दे सकते हैं। सुशील मोदी ने कहा कि आज चुनावी लाभ के लिए लाखों सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा को ताक पर रख कर, राजद-जदयू की सरकार दुर्दांत अपराधियों को रिहा कर रही है।
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