Home Bihar Agnipath: ‘केंद्रीय मंत्री सेल्समैन की तरह ‘अग्निपथ’ को बेचने की कोशिश कर रहे’, कन्हैया कुमार ने की योजना वापस लेने की मांग

Agnipath: ‘केंद्रीय मंत्री सेल्समैन की तरह ‘अग्निपथ’ को बेचने की कोशिश कर रहे’, कन्हैया कुमार ने की योजना वापस लेने की मांग

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Agnipath: ‘केंद्रीय मंत्री सेल्समैन की तरह ‘अग्निपथ’ को बेचने की कोशिश कर रहे’, कन्हैया कुमार ने की योजना वापस लेने की मांग

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14 जून की शाम तीनों सेना के प्रमुखों ने अग्निपथ का एलान किया था, जिसके बाद अगले दिन से ही बिहार में इस पर बवाल शुरू हो गया। विरोध की यह आग बिहार से उत्तर प्रदेश होते हुए देश के कई हिस्सों में फैली। अब भी हजारों युवा इसके विरोध में सड़कों पर हैं। वहीं विपक्ष ने भी इसे लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। इस बीच, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने रविवार को अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। उन्होंने सरकार से अग्निपथ योजना को तत्काल वापस लेने की मांग की।

सेना भर्ती की नई योजना का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता सोमवार को बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में इस योजना के खिलाफ विरोध मार्च निकालेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री सेल्समैन की तरह इस योजना को बेचने की कोशिश कर रहे हैं।

जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार देश में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए गंभीर नहीं है। अग्निपथ योजना लाकर, मोदी सरकार ने रक्षा क्षेत्र में नौकरियों को अनुबंधित कर दिया है। केंद्र सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ नहीं खेलना चाहिए। हम योजना को तत्काल वापस लेने की मांग करते हैं।

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि मोदी सरकार ऐसे समय में नई योजना लेकर आई है जब कई वर्षों से सशस्त्र बलों में लगभग कोई भर्ती नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना केवल रक्षा नौकरियों के अनुबंधीकरण की दिशा में एक कदम है। अग्निपथ को चार साल की सेवा अवधि पूरी करने के बाद रोजगार या पेंशन नहीं मिलेगा।

कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र बेरोजगार युवाओं के दर्द या हताशा को नहीं समझता है। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की बात की, लेकिन ‘नो रैंक, नो पेंशन’ की योजना बनाई है। यह योजना न तो देश के पक्ष में है और न ही सेना की नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए अच्छी है।

अग्निपथ: वायुसेना को 56,960 आवेदन मिले
भारतीय वायुसेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत रविवार तक 56,960 आवेदन प्राप्त हुए। इस योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया इसके खिलाफ कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन के एक हफ्ते बाद शुक्रवार को शुरू हुई थी। वायुसेना ने रविवार को ट्वीट किया कि 56960! यह अग्निपथ भर्ती आवेदन प्रक्रिया के जवाब में वेबसाइट पर भविष्य के अग्निपथ से अब तक प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या है। पंजीकरण पांच जुलाई को बंद हो जाएगा।

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14 जून की शाम तीनों सेना के प्रमुखों ने अग्निपथ का एलान किया था, जिसके बाद अगले दिन से ही बिहार में इस पर बवाल शुरू हो गया। विरोध की यह आग बिहार से उत्तर प्रदेश होते हुए देश के कई हिस्सों में फैली। अब भी हजारों युवा इसके विरोध में सड़कों पर हैं। वहीं विपक्ष ने भी इसे लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। इस बीच, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने रविवार को अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। उन्होंने सरकार से अग्निपथ योजना को तत्काल वापस लेने की मांग की।

सेना भर्ती की नई योजना का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता सोमवार को बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में इस योजना के खिलाफ विरोध मार्च निकालेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री सेल्समैन की तरह इस योजना को बेचने की कोशिश कर रहे हैं।

जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार देश में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए गंभीर नहीं है। अग्निपथ योजना लाकर, मोदी सरकार ने रक्षा क्षेत्र में नौकरियों को अनुबंधित कर दिया है। केंद्र सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ नहीं खेलना चाहिए। हम योजना को तत्काल वापस लेने की मांग करते हैं।

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि मोदी सरकार ऐसे समय में नई योजना लेकर आई है जब कई वर्षों से सशस्त्र बलों में लगभग कोई भर्ती नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना केवल रक्षा नौकरियों के अनुबंधीकरण की दिशा में एक कदम है। अग्निपथ को चार साल की सेवा अवधि पूरी करने के बाद रोजगार या पेंशन नहीं मिलेगा।

कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र बेरोजगार युवाओं के दर्द या हताशा को नहीं समझता है। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की बात की, लेकिन ‘नो रैंक, नो पेंशन’ की योजना बनाई है। यह योजना न तो देश के पक्ष में है और न ही सेना की नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए अच्छी है।

अग्निपथ: वायुसेना को 56,960 आवेदन मिले

भारतीय वायुसेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत रविवार तक 56,960 आवेदन प्राप्त हुए। इस योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया इसके खिलाफ कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन के एक हफ्ते बाद शुक्रवार को शुरू हुई थी। वायुसेना ने रविवार को ट्वीट किया कि 56960! यह अग्निपथ भर्ती आवेदन प्रक्रिया के जवाब में वेबसाइट पर भविष्य के अग्निपथ से अब तक प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या है। पंजीकरण पांच जुलाई को बंद हो जाएगा।

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