Home Bihar सीतामढ़ी में विजिलेंस का बड़ा एक्शन, 2 लाख रिश्वत लेते DI नवीन कुमार अरेस्ट, 15 साल में 21वीं गिरफ्तारी

सीतामढ़ी में विजिलेंस का बड़ा एक्शन, 2 लाख रिश्वत लेते DI नवीन कुमार अरेस्ट, 15 साल में 21वीं गिरफ्तारी

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सीतामढ़ी में विजिलेंस का बड़ा एक्शन, 2 लाख रिश्वत लेते DI नवीन कुमार अरेस्ट,  15 साल में 21वीं गिरफ्तारी

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सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में रिश्वतखोर ड्रग इंस्पेक्टर नवीन कुमार को निगरानी ने पकड़ा है। 2 लाख रुपये रिश्वत लेते निगरानी विभाग की टीम ने पकड़ा है। बताया जा रहा है कि 15 वर्षों के अंदर ड्रग इंस्पेक्टर 21 वें अफसर हैं, जो रिश्वत लेते रंगे हाथों निगरानी के हत्थे चढ़े हैं। वर्ष 2008 से ही निगरानी की टीम जिले में रिश्वतखोर पदाधिकारी और कर्मी को गिरफ्तार कर रही है। जिले के ड्रग इंस्पेक्टर सबसे अधिक दो लाख रुपये रिश्वत के साथ पकड़े जाने वाले अधिकारी भी बन गए हैं। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े ड्रग इंस्पेक्टर विनोद कुमार दूसरे अधिकारी है, जो रिश्वत की रकम के साथ दबोचे गए हैं। इनसे पहले सिविल सर्जन गिरफ्तार हुए थे।

सबसे पहले जेल अधीक्षक गिरफ्तार
निगरानी विभाग ने जिले में सबसे पहले वर्ष 2008 में जेल अधीक्षक प्रेम कुमार को गिरफ्तार किया था। वे जेल के एक ठेकेदार से एक लाख रिश्वत लेते पकड़े गये थे। इस मामले में उन्हें सेवा से बर्खास्त भी किया जा चुका है। उस वर्ष तीन पदाधिकारी निगरानी के हत्थे चढ़े थे। दूसरे थे जिला वाणिज्य कर पदाधिकारी औक तीसरे बथनाहा बीईओ रामाश्रय यादव। वर्ष- 2009 में भी तीन पदाधिकारी बेला थानाध्यक्ष प्रेमशंकर सिंह, रुन्नीसैदपुर के कनीय अभियंता एवं बथनाहा प्रखंड के पंचायत सचिव अशोक कुमार रिश्वत लेते पकड़े गये थे।

बाद में हुए थे सेवा से बर्खास्त
वर्ष 2012-13 में दो -दो रिश्वतखोर गिरफ्तार हुए थे। इनमें मानिक चौक के प्रधान शिक्षक, रुन्नीसैदपुर थाना के जमादार राम पुकार साफी, पुनौरा ओपी के जमादार त्रिभुवन प्रसाद सिंह और परिहार प्रखंड की जगदर पंचायत के पूर्व मुखिया दिनेश पूर्वे शामिल हैं। गौरतलब है कि निगरानी के हत्थे दबोचे जाने के बाद दोनों जामदार को सेवा से मुक्त कर दिया गया था। इधर, मुखिया दिनेश पूर्वे के खिलाफ भी जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गई थी।

बीडीओ/सीओ भी हो चुके हैं गिरफ्तार
साल 2014 में राष्ट्रीय बचत कार्यपालक पदाधिकारी प्रदीप कुमार, वर्ष – 2015 में बथनाहा सीओ, नाजिर हुलास राय, जिला योजना पदाधिकारी ओम प्रकाश एवं परिहार के अवर निरीक्षक वकील सिंह निगरानी के हत्थे चढ़े थे। वर्ष 2016 में महिंदवारा ओपी प्रभारी उमाकांत सिंह, पुपरी बीडीओ विनीत कुमार, कर्मी सत्येंद्र सहनी, तो वर्ष 2017 में पुपरी पुलिस इंस्पेक्टर नितेंद्र कुमार को निगरानी ने दबोचा था।

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