Home Bihar यूट्यूब से सीखकर शुरू की सेब की खेती, ट्रायल के लिए लगाए पौधे में फल आना शुरू, जानें इनकी कहानी

यूट्यूब से सीखकर शुरू की सेब की खेती, ट्रायल के लिए लगाए पौधे में फल आना शुरू, जानें इनकी कहानी

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यूट्यूब से सीखकर शुरू की सेब की खेती, ट्रायल के लिए लगाए पौधे में फल आना शुरू, जानें इनकी कहानी

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रिपोर्ट- विक्रम कुमार झा
पूर्णिया. जिले के किसान खुर्शीद आलम परंपरागत खेती को छोड़ खेती में नया प्रयोग किया है. उन्होंने कहा यूट्यूब से सीखकर पूर्णिया के गर्म जलवायु में उपजने वाले हिमाचल प्रदेश का सेब अन्ना और हरिओम 91 प्रजाति का पौधा लगाया. हिमाचल से ₹100/- प्रति पौधा अपने एक एकड़ खेतों में लगाया. खेत में अब मात्र 80 पौधा बचा है. जिसमें फल आने की शुरुआत हो गयी है. किसान कहते हैं अगर मेरी सेब की खेती का ट्रायल सफल होगा, तो हम सीमांचल के क्षेत्र में इस खेती को बृहद पैमाने पर करेंगे.

गर्म जलवायु के मुताबिक यूट्यूब से सेव की खेती करना सीखा
पूर्णिया भवानीपुर के माधव नगर के रहने वाले किसान खुर्शीद आलम बताते हैं कि वह पिछले कई वर्षों से परंपरागत खेती को छोड़ यूट्यूब से सीख कर पूर्णिया के गर्म जलवायु के मुताबिक यूट्यूब से सेव की खेती करना सीखा. हिमाचल प्रदेश में उगने वाले सेब को ट्रायल के तौर पर अपने खेतों में लगाएं. उन्हें यूट्यूब पर देखकर यह ख्याल आया जो अलग-अलग वैरायटी में हरिवंश शर्मा 91 और उन्होंने हिमाचल प्रदेश के हरिवंश शर्मा से बात कर गर्म जलवायु में सेब का पौधा लेकर 1 एकड़ में लगाया. उन्होंने कहा कि 2022 के जनवरी में उन्होंने 1 एकड़ में लगाया है. जिसमें 80 पौधा जीवित है. जो की 15 महीने बाद फलना शुरू होगा और 25 वर्षों तक फलेगा और बाजारों में अच्छी कीमत भी मिल जाती है.

एक एकड़ में लगेगा 150 पौधा, आसानी से लगा कर करें देख रेख
उन्होंने कहा कि 1 एकड़ में अधिकतम 150 पौधा लगा सकते हैं. जिसमें लागत ₹100 पौधा खरीदारी होती है. और इसके अलावे 2×2 का गड्ढा खोदकर वर्मी कंपोस्ट के साथ चिकनी मिट्टी डालकर पौधा लगाए. जिसका समय समय पर देखरेख करते रहें और स्प्रे करते हैं. और आसानी से आप देसी खाद का उपयोग कर खेती कर सकते हैं.

किसान ने कहा इनकम की कर रहे उम्मीद, बाद में करूंगा बृहद खेती
हालाँकि उन्होंने कहा कि इस बार ट्रायल के तौर पर सेब का पौधा लगाया हूं. पौधा 1 साल 4 महीना का हो चुका है. अभी फल छोटा-छोटा फल आना शुरू हुआ है. यह फल 50 ग्राम का है. उन्होंने कहा मैं भीदेखना चाहता हूं इस बार क्या होता है और उम्मीद है. अच्छा फायदा होगा और अगले बार इससे ज्यादा खेती करूंगा.

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पहले प्रकाशित : 18 अप्रैल, 2023, 07:22 AM IST

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