Home Bihar मोतिहारी रजिस्ट्रार ब्रिज बिहारी शरण के 3 ठिकानों पर रेड, मिले 74 लाख व सोने-चांदी के ढेरों जेवरात

मोतिहारी रजिस्ट्रार ब्रिज बिहारी शरण के 3 ठिकानों पर रेड, मिले 74 लाख व सोने-चांदी के ढेरों जेवरात

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मोतिहारी रजिस्ट्रार ब्रिज बिहारी शरण के 3 ठिकानों पर रेड, मिले 74 लाख व सोने-चांदी के ढेरों जेवरात

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मोतिहारी. बिहार में भ्रष्टाचारियों पर लगातार कार्रवाई जारी है. खास तौर पर वैसे अफसर जिन्होंने काली कमाई से अकूत संपत्ति इकट्ठी की है वे लगातार एक्शन की जद में आ रहे हैं. इसी क्रम में मोतिहारी के रजिस्ट्रार ब्रिज बिहारी शरण के ठिकानों पर निगरानी की विशेष इकाई ने धावा बोला. शुक्रवार की अहले सुबह निगरानी की तीन अलग-अलग टीम ने ब्रिज बिहारी शरण के पटना, मुजफ्फरपुर और मोतिहारी के तीन अलग -अलग ठिकानों पर छापेमारी की. मिली जानकारी के मुताबिक ब्रिज बिहारी शरण के एक अकाउंट में 74 लाख रुपए होने की जानकारी मिली है, जबकि पटना के पुर्णेंदु नगर में तीन मंजिला आवास में कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में सोने व चांदी के जेवरात मिले हैं. निगरानी की टीम उनके पिता के आवास पर भी पहुंची, जहां से पांच लाख रुपए बरामद किए गए. इसके अलावा अन्य संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.

बताया जा रहा है कि अपने दस साल की नौकरी में इन्होंने करोड़ों की चल-अचल संपत्ति अर्जित कर रखी है, जिसका पता लगाया जा रहा है. इनपर शेखपुरा में भी करोड़ों का घोटाला करने का आरोप है. यहां जिस रजिस्ट्रार के ठिकानों पर छापेमारी की गई उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कई शिकायतें हैं. बताया गया कि मोतिहारी से पहले वह शेखपुरा में पोस्टेड थे, जहां उनके खिलाफ खिलाफ 2018 में राजस्व क्षति की शिकायत की गई थी. शिकायत की जांच मुंगेर प्रमंडल के सहायक निबंधन महानिरीक्षक से कराई गई थी. जांच में आरोप सही पाया गया जिसमें तथ्य छिपाकर राजस्व क्षति से संबंधित दस्तावेज में ₹108045 व दूसरे दस्तावेज में 122704 रुपये कम मुद्रांक की वसूली हेतु आदेश पारित किया गया था.

शेशपुरा में भी थी शिकायत
विभाग ने पाया कि अवर निबंधक ने कर्तव्य के प्रति लापरवाही एवं दायित्वों का निर्वहन सही ढंग से नहीं किया. साथ ही यह प्रशासनिक नियंत्रण एवं पर्यवेक्षक का अभाव दर्शाता है. जिसके बाद खुज राज्यपाल ने निर्णय लिया था कि बृज बिहारी शरण के विरुद्ध इन आरोपों की जांच के लिए विभागीय कार्यवाही चलाई जाए. जिला अवर निबंधक पर मिलीभगत कर 5 करोड़ 96 लाख के सरकारी राजस्व का चूना लगाने का आरोप है. डीएम ने जांच कराकर रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दिया है. हालांकि इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.

मोतिहारी में भी किया खेल
शेखपुरा के बाद मोतिहारी में अवर रजिस्ट्रार द्वारा काली कमाई का खेल किया गया. मोतिहारी के जिलाधिकारी ने 5 अक्टूबर 2020 को मोतिहारी के जिला अवर निबंधक को एक पत्र लिखा था. पत्र में यह बात प्रमाणित हुई थी कि सब रजिस्ट्रार और कातिब की मिलीभगत से सरकारी राजस्व का नुकसान हुआ है. डीएम ने शिकायत की जांच कराई और जांच रिपोर्ट मोतिहारी के जिला अवर निबंधक को भेज दिया और केस दर्ज कराने सब रजिस्ट्रार की भूमिका की जांच कराने का आदेश दिया था. मोतिहारी डीएम ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि अरेराज निबंधन कार्यालय से कातिब ने जमीन के निबंधन में मिलीभगत कर लाखों रुपये के राजस्व की क्षति पहुंचाई है.

आपके शहर से (पटना)

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