Home Bihar ‘बोल तेरे साथ क्या सुलूक किया जाए’…नीतीश के संकटमोचक ‘बीरबल’ ने खोजा ‘KK’ वाले बवाल से मुक्ति का रास्ता

‘बोल तेरे साथ क्या सुलूक किया जाए’…नीतीश के संकटमोचक ‘बीरबल’ ने खोजा ‘KK’ वाले बवाल से मुक्ति का रास्ता

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‘बोल तेरे साथ क्या सुलूक किया जाए’…नीतीश के संकटमोचक ‘बीरबल’ ने खोजा ‘KK’ वाले बवाल से मुक्ति का रास्ता

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पटना : बिहार के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक (KK Pathak) इन दिनों सुर्खियों में हैं। उन्होंने विभाग की बैठक के दौरान ‘बासा’ (Bihar Administrative Service Association) के अधिकारियों को गाली दी। पाठक अपने रौ में बोलते गए। उनका वीडियो पूरे बिहार में वायरल हो गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान का है। जिसमें केके पाठक गुस्से में दिख रहे हैं। बैठक में वे एडीएम और बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को गुस्से में गाली देते दिख रहे हैं। केके पाठक के इस व्यवहार की काफी आलोचना हो रही है। इसे लेकर बिहार में सियासी बयानबाजी भी शुरू है। वहीं दूसरी ओर नीतीश कुमार के ‘संकटमोचक और बीरबल’ की तरह सभी समस्याओं का निपटारा करने वाले अधिकारी अब इस मामले की जांच कर रहे हैं। जी हां, मुख्यमंत्री के सबसे ज्यादा करीबी आईएएस अधिकारी और सरकार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी इस मामले की जांच कर रहे हैं।

बासा ने की सीएम से मांग

केके पाठक के इस व्यवहार से नाराज बासा के महासचिव सुनील कुमार तिवारी पहले ही कह चुके हैं कि केके पाठक वीडियो में मां-बहन की गाली दे रहे हैं। बासा सरकार से मांग करती है कि ऐसे अधिकारी जो मानसिक रूप से बीमार हैं। उन पर सख्त कार्रवाई करे। उसके अलावा बासा के अधिकारियों ने मुख्य सचिव से भी अपील की है कि केके पाठक पर अविलंब कार्रवाई हो। बासा की ओर से अल्टीमेटम दे दिया गया है कि कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में वे लोग सड़कों पर उतरेंगे। हालांकि, इस मामले पर नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है और केके पाठक पर कार्रवाई करने की ओर इशारा किया है। मुख्यमंत्री जब समाधान यात्रा के दौरान अररिया पहुंचे तब उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कार्रवाई की बात कही।

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मुख्य सचिव करेंगे जांच

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि मुख्य सचिव आमिर सुबहानी भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (आईएएस) के शीर्ष अधिकारी द्वारा निचले स्तर के अधिकारियों के साथ कथित दुर्व्यवहार जिसके कारण राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है, की जांच कर रहे हैं। अपनी समाधान यात्रा के तहत अररिया जिले का दौरे पर पहुंचे नीतीश से अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी केके पाठक से जुड़े विवाद के बारे में पूछा गया था जिनके कथित बुरे व्यवहार के विरोध में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी काला बिल्ला लगाकर शुक्रवार को काम पर गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रसारित हो रहे वीडियो के बारे में मुझे पता है। कल यात्रा से (पटना) लौटने पर मुझे इसके बारे में पता चला। मुख्य सचिव इस मामले को देख रहे हैं। उचित कार्रवाई के बाद पूरी जांच की जाएगी।

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केके पर सियासत शुरू

आपको बता दें कि वायरल हुए वीडियो में उत्तर प्रदेश के रहने वाले पाठक को सरकारी अधिकारियों सहित बिहार के लोगों में नागरिक भावना की कमी के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है। बिहार प्रशासनिक सेवा संघ जिसने काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज कराने का भी आह्वान किया है, ने नौकरशाह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है। बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि ये घटना बिहार में नौकरशाही की मनमानी का एक और उदाहरण है और पाठक जिन्हें मुख्यमंत्री के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक माना जाता है, के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
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नीतीश के संकटमोचक कौन?

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आमिर सुबहानी पर भरोसा करते हैं। वे कोई भी संकट हो और मुसीबत सुबहानी को याद करते हैं। सुबहानी 1987 की सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर हैं और वह अप्रैल 2024 में रिटायर होंगे। कई मसलों पर बिहार बीजेपी के नेता आमिर सुबहानी की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन सीएम नीतीश कुमार हमेशा से उनपर भरोसा जताते रहे हैं। आमिर सुबहानी बिहार के ही सिवान जिले के रहने वाले हैं। यूपीएससी परीक्षा में टॉप करने के बाद बिहार कैडर में आए आमिर सुबहानी बिहार के कई जिलों में डीएम भी रह चुके हैं। इनकी गिनती बिहार के तेजतर्रार आईएएस अधिकारी के रूप में भी की जाती है। आमिर सुबहानी की गिनती नीतीश कुमार के बेहद करीबी और ताकतवर अधिकारियों में की जाती है। नीतीश कुमार नवंबर 2005 में बिहार की सत्ता पर काबिज हुए थे, उस वक्त आमिर सुबहानी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। लेकिन बिहार की बागडोर संभालते ही नीतीश कुमार ने जनवरी 2006 में बिहार बुला लिया था। एक बार फिर अधिकारी स्तर पर समस्या होने पर नीतीश ने सुबहानी पर विश्वास जताया है।

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