Home Bihar बिहार के नए डीजीपी भट्टी पहली बैठक में बोले: जिस थाने में ज्यादा क्राइम, वहीं जाऊंगा…अपराधियों को दौड़ाइए

बिहार के नए डीजीपी भट्टी पहली बैठक में बोले: जिस थाने में ज्यादा क्राइम, वहीं जाऊंगा…अपराधियों को दौड़ाइए

0
बिहार के नए डीजीपी भट्टी पहली बैठक में बोले: जिस थाने में ज्यादा क्राइम, वहीं जाऊंगा…अपराधियों को दौड़ाइए

[ad_1]

नए डीजीपी भट्टी ने पहली मीटिंग में अपनी कार्यशैली बता दी।

नए डीजीपी भट्टी ने पहली मीटिंग में अपनी कार्यशैली बता दी।
– फोटो : अमर उजाला

ख़बर सुनें

बिहार के नए डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने आते के साथ ही अपना अंदाज दिखाते हुए काम करने का स्टाइल बता दिया है। जिस रूप के लिए वह जाने जाते हैं, उसी मोड में बुधवार को राज्य के तमाम पुलिस अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की। जो पटना आ सकते थे, वह राजधानी में फिजिकल मोड में थे, शेष वर्चुअल मोड में बैठक से जुड़े थे। बैठक में भट्टी ने साफ कहा कि अपराधियों को दौड़ाना होगा। उन्हें चैन से नहीं बैठने देना होगा। अगर वह चैन से रहेंगे तो पुलिस चैन से नहीं रहेगी। अगर पुलिस उन्हें नहीं दौड़एगी तो अपराधी पुलिस को दौड़ाएंगे।

अपराधियों के एक्टिव गैंग को मार्क कर मूवमेंट पता रखिए
डीजीपी ने थानेदारों को ही नहीं, बल्कि एसपी समेत तमाम पुलिस अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि अब व्यक्तिगत रूप से वह हर अपराध की जानकारी रखेंगे। हर उस थाने में जाएंगे, जहां क्राइम ज्यादा होगा। हर उस जिले में जाकर बैठक करेंगे, जहां पुलिस का इकबाल कमजोर नजर आएगा। भट्टी ने अपने तेवर के अनुसार साफ कर दिया कि आने वाले समय में जो पुलिस अधिकारी अपराधियों को लेकर लापरवाही बरतेंगे या अनुसंधान में लापरवाही करेंगे, वह उनकी नजर में रहेंगे। उन्होंने पुलिस को वर्किंग स्ट्रैटजी दी, जिसके तहत क्राइम को होने से पहले रोकना प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के एक्टिव गैंग को मार्क कीजिए, अपराधियों की प्रोफाइल रखकर उनके मूवमेंट का पता रखिए। पहला लक्ष्य यही होना चाहिए कि अपराध को योजना के स्तर पर ही रोक देना है।

जबरन केस में नाम डालने की परंपरा को खत्म करना ही होगा
उन्होंने केस-केस की लड़ाई के बिहार के ट्रेंड के मद्देनजर कहा कि पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करते समय यह ध्यान रखना होगा कि सही आरोपी का ही नाम प्राथमिकी में आए। जबरन किसी से बदला लेने के लिए प्राथमिकी में नाम डालने की कोशिश हर स्तर पर रोकनी होगी। इससे केस उलझता है और सही केस पर काम भी नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि मैंने जिम्मेदारी संभालते ही जिलों में घूमने का प्लान बनाया है, जल्द ही निकलूंगा। उस समय पुलिस अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और थानों के साथ पुलिस लाइन की भी समस्याएं देखूंगा। समाधान के रास्ते निकालूंगा। लेकिन, प्राथमिकता अपराध नियंत्रण है और उसके लिए आज जो बातें कह रहा हूं, तब भी वही कहूंगा। आज सिर्फ अपनी बात कह रहा, आऊंगा तो आपकी भी परेशानियों को समझूंगा। बस, इसका ध्यान रखना है कि रिजल्ट चाहिए।

विस्तार

बिहार के नए डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने आते के साथ ही अपना अंदाज दिखाते हुए काम करने का स्टाइल बता दिया है। जिस रूप के लिए वह जाने जाते हैं, उसी मोड में बुधवार को राज्य के तमाम पुलिस अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की। जो पटना आ सकते थे, वह राजधानी में फिजिकल मोड में थे, शेष वर्चुअल मोड में बैठक से जुड़े थे। बैठक में भट्टी ने साफ कहा कि अपराधियों को दौड़ाना होगा। उन्हें चैन से नहीं बैठने देना होगा। अगर वह चैन से रहेंगे तो पुलिस चैन से नहीं रहेगी। अगर पुलिस उन्हें नहीं दौड़एगी तो अपराधी पुलिस को दौड़ाएंगे।

अपराधियों के एक्टिव गैंग को मार्क कर मूवमेंट पता रखिए

डीजीपी ने थानेदारों को ही नहीं, बल्कि एसपी समेत तमाम पुलिस अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि अब व्यक्तिगत रूप से वह हर अपराध की जानकारी रखेंगे। हर उस थाने में जाएंगे, जहां क्राइम ज्यादा होगा। हर उस जिले में जाकर बैठक करेंगे, जहां पुलिस का इकबाल कमजोर नजर आएगा। भट्टी ने अपने तेवर के अनुसार साफ कर दिया कि आने वाले समय में जो पुलिस अधिकारी अपराधियों को लेकर लापरवाही बरतेंगे या अनुसंधान में लापरवाही करेंगे, वह उनकी नजर में रहेंगे। उन्होंने पुलिस को वर्किंग स्ट्रैटजी दी, जिसके तहत क्राइम को होने से पहले रोकना प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के एक्टिव गैंग को मार्क कीजिए, अपराधियों की प्रोफाइल रखकर उनके मूवमेंट का पता रखिए। पहला लक्ष्य यही होना चाहिए कि अपराध को योजना के स्तर पर ही रोक देना है।

जबरन केस में नाम डालने की परंपरा को खत्म करना ही होगा

उन्होंने केस-केस की लड़ाई के बिहार के ट्रेंड के मद्देनजर कहा कि पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करते समय यह ध्यान रखना होगा कि सही आरोपी का ही नाम प्राथमिकी में आए। जबरन किसी से बदला लेने के लिए प्राथमिकी में नाम डालने की कोशिश हर स्तर पर रोकनी होगी। इससे केस उलझता है और सही केस पर काम भी नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि मैंने जिम्मेदारी संभालते ही जिलों में घूमने का प्लान बनाया है, जल्द ही निकलूंगा। उस समय पुलिस अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और थानों के साथ पुलिस लाइन की भी समस्याएं देखूंगा। समाधान के रास्ते निकालूंगा। लेकिन, प्राथमिकता अपराध नियंत्रण है और उसके लिए आज जो बातें कह रहा हूं, तब भी वही कहूंगा। आज सिर्फ अपनी बात कह रहा, आऊंगा तो आपकी भी परेशानियों को समझूंगा। बस, इसका ध्यान रखना है कि रिजल्ट चाहिए।



[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here