Home Bihar बक्सर बवाल मामले में CO की FIR में क्या है? जानिए उन 24 लोगों के नाम जिन पर दर्ज हुआ मुकदमा

बक्सर बवाल मामले में CO की FIR में क्या है? जानिए उन 24 लोगों के नाम जिन पर दर्ज हुआ मुकदमा

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बक्सर बवाल मामले में  CO की FIR में क्या है? जानिए उन 24 लोगों के नाम जिन पर दर्ज हुआ मुकदमा

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बक्सर: चौसा पावर प्लांट में मुआवजे के लिए आंदोलनरत किसानों के घर हुए पुलिसिया कार्रवाई से नाराज आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया था। पावर प्लांट में काम को बंद करा दिया। पुलिस के दमनात्मक कार्रवाई के विरुद्ध हिंसक प्रदर्शन में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। सरकारी संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन की ओर से एफआईआर दर्ज की गई है। चौसा के अंचलाधिकारी बृज बिहारी कुमार के बयान पर दर्ज किए गए FIR में 24 लोगों को नामजद किया गया है।

चौसा सीओ ने दर्ज कराया मामला

मुआवजे पर हंगामे को लेकर दर्ज प्राथमिकी में चौसा अंचलाधिकारी ने अपने डिटेल शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि ‘मैं अंचलाधिकारी बृज बिहारी कुमार पिता-राजनाथ राम, ग्राम- ताराचक, पोस्ट- बड़गांव, थाना- अजीमाबाद, जिला- भोजपुर का निवासी हूं। सीओ ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि वो 10 जनवरी को 9 बजे सुबह पावर प्लांट चौसा के मुख्य द्वार पर असामाजिक तत्वों की ओर से जमावड़ा लगाने को लेकर वहां पहुंचे थे। जहां प्लांट में काम कर रहे कर्मी उनके प्रदर्शन के कारण अंदर नहीं जा पा रहे थे। प्लांट का काम बाधित हो रहा था, जिसके बाद उन्होंने अपने वरीय पदाधिकारी को सूचना से अवगत कराया।’

‘भीड़ को शांत कराने पहुंचे थे’

सीओ बृज बिहारी कुमार ने आगे लिखा कि ‘प्रखंड विकास पदाधिकारी चौसा, राजस्व पदाधिकारी चौसा और अंचल गार्ड के साथ सूचना के सत्यापन पर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश प्राप्त होते हैं, वो बीडीओ अशोक कुमार और राजस्व पदाधिकारी चंद्र प्रकाश पाण्डेय को लेकर अंचल गार्ड के साथ मुख्य द्वार पर पहुंचे। तभी उन्होंने देखा कि 250-300 की संख्या में लोग अपने हाथ में लाठी-डंडा लिए हुए मुख्य द्वार को बंद कर दिए हैं। वहां उपस्थित लोगों से जब उन्होंने बातचीत की तो उन लोगों ने बताया कि प्लांट के अंदर उनकी जमीन का अधिग्रहण किया गया है। कंपनी की ओर से पैसा जिस दर से दिया गया है, वो उचित नहीं है, जिसका ये लोग विरोध कर रहे हैं। अगर उन लोगों को उचित मुआवजा नहीं मिलता है तो वे लोग काम को नहीं करने देंगे।’

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‘जानलेवा हमला किया गया’

सीओ बृज बिहारी कुमार के मुताबिक ‘समझाने-बुझाने के बाद ये लोग नहीं माने। तभी वहां उपस्थित लोगों की भीड़ का नेतृत्व कर रहे अश्विनी उर्फ अंशु कुमार चौबे, अशोक तिवारी, मुन्ना तिवारी, कृष्णकांत तिवारी, नंदकिशोर तिवारी, गौरव राय, सुनील तिवारी, नगेंद्र तिवारी सभी साकिन (गांव) बनारपुर के भड़काने पर उपस्थित भीड़ उग्र हो गई। वहां मौजूद पदाधिकारियों-पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज करके धक्का-मुक्की करने लगे। अपने साथ लिए गमछा से मेरे गर्दन में लपेट कर जान से मारने की नीयत से कस दिया। जिसके कारण उनका दम घुटने लगा। इन लोगों के अलावे भीड़ में उपस्थित नरेंद्र तिवारी, बृजेश राय, धीरज तिवारी, सुनील तिवारी, अनूप सिंह, भैरव राय, अमित तिवारी समेत 24 लोग मौजूद थे। कम से कम 300 अज्ञात लोग वहां थे, जहां से वे लोग किसी तरह अपना जान बचाकर भागे।’

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‘घर में घुसकर पुलिसिया तांडव’

वहीं, किसानों का कहना है कि ‘वे लोग अपना प्रदर्शन पिछले कई दिनों से मुआवजे की मांग को लेकर कर रहे थे। फिर भी प्रशासन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहा था। पुलिस ने बलपूर्वक उनको धरना स्थल से हटा दिया। देर रात बनारपुर गांव में कई घरों में घुसकर जमकर पश्चिम थाने की पुलिसकर्मियों ने तांडव मचाया। पुरुष और महिलाओं को जमकर पिटाई की। जिसके बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और दूसरे दिन उन लोगों ने मुख्य गेट को जाम कर दिया। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे लेकिन उल्टे उनको डंडा और गोली मिली। पुलिसकर्मी उनके ऊपर लाठी चला रहे थे। पुलिस की ओर से फायरिंग भी की गई। इसको लेकर किसान काफी आक्रोशित हो गए। दोनों तरफ से हुए हिंसक झड़प में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। प्लांट के अंदर अगलगी की घटना में करोड़ों का नुकसान हुआ है।’

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नेताओं का लग रहा जमावड़ा

घटना के बाद मौके पर पहुंचे शाहाबाद रेंज के डीआईजी नवीन चंद्र झा ने मुफस्सिल थाने के प्रभारी समेत तमाम पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। वहीं, लगातार तीन दिनों से किसानों का प्रदर्शन जारी है। प्लांट के गेट के सामने वे लोग महापंचायत लगाकर एफआईआर को वापस करने और किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। उनकी इस प्रदर्शन को राजनीतिक रंग दे दिया गया है। लगातार नेताओं को वहां पहुंचना जारी है। स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के पहुंचने पर किसानों का आक्रोश झेलना पड़ा। बिहार विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी, भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, लोजपा सांसद चिराग पासवान भी किसानों के समर्थन में पहुंचे। नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा।

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