Home Bihar फर्जी DSP से बात कर केंद्रीय मंत्री के चर्चित बेटे इतने आश्वस्त हुए कि ठगों के खाते में भेज दिए 8.29 लाख रुपये। अब पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही।

फर्जी DSP से बात कर केंद्रीय मंत्री के चर्चित बेटे इतने आश्वस्त हुए कि ठगों के खाते में भेज दिए 8.29 लाख रुपये। अब पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही।

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फर्जी DSP से बात कर केंद्रीय मंत्री के चर्चित बेटे इतने आश्वस्त हुए कि ठगों के खाते में भेज दिए 8.29 लाख रुपये। अब पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही।

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केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अर्जित चौबे के साथ घटना हुई।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अर्जित चौबे के साथ घटना हुई।
– फोटो : अमर उजाला

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ठग किसी को भी नहीं बख्श रहे। एक ठग ने बिहार के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (DGP) को जज बनकर कॉल करते हुए IPS की मदद की थी। अब एक ठग ने केंद्रीय मंत्री के बेटे को कस्टम की नीलामी वाली गाड़ी दिलाने के नाम पर फर्जी पुलिस उपाधीक्षक (DSP) से बात करा 8.29 लाख वसूल लिए। ठगे सो ठगे, अब लौटाने की बात की तो जान से मारने की धमकी भी दे डाली। बिहार में भागलपुर के सजौर थाने में शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे और भागलपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे अर्जित चौबे ने केस दर्ज कराया।

12 दिन तक बांका से बंगाल तक के खाते में रुपए डाले गए

भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य और भागलपुर के पूर्व प्रत्याशी अर्जित शाश्वत (चौबे) ने शुक्रवार रात करीब 12 बजे के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई। 27 दिसंबर 2022 से 7 जनवरी 2023 तक कुल 12 दिनों में 11 बार अर्जित चौबे ने ठगों को रुपये भेजे जाने की जानकारी दी है। शुरुआत बजरंगी कुमार सिंह नाम के व्यक्ति को फोनपे पर ट्रांसफर से हुई। उसे फोनपे के नंबर 8708918468 पर अलग-अलग खातों से छह बार रुपये भेजे गए। इसके अलावा एसबीआई की भद्रपुर (बीरभूम, पश्चिम बंगाल) शाखा में सुरेश प्रमाणिक के खाते में चार बार और एसबीआई की बांका शाखा में सूरज कुमार सिंह के खाते में एक बार रुपये भेजे गए।

14 दिन खुद से मामला संभालने की कोशिश की, धमकी मिली

प्राथमिकी के अनुसार, ठग ने अर्जित के बारे में पूरी जानकारी जुटा रखी थी। उन्हें जानने वालों के नाम से वाकिफ होकर वह बात करता था। खुद को भागलपुर का बताकर और पश्चिम बंगाल ट्रांसफर होने की जानकारी देकर कथित कस्टम इंस्पेक्टर बनकर राहुल कुमार नाम बताने वाले शख्स ने मोबाइल नंबर 8873036401 के जरिए बातचीत शुरू की। विश्वास में लेने के लिए उसने अपनी बेटी को भागलपुर के एक प्रतिष्ठित स्कूल की छात्रा बताया और अर्जित की उससे बात भी कराई। इसके अलावा अर्जित का भरोसा जीतने के लिए उसने अपनी पत्नी के इलाज के लिए डॉक्टर के बारे में भी सलाह ली। उसने नीलामी में एक आलीशान गाड़ी की कीमत 9.8 लाख बताई थी और उसी की ट्रांसफर प्रक्रिया के नाम पर रुपये लेता गया। चौबे ने अपनी तहरीर में बाकी मोबाइल नंबरों के साथ ठगों के साथी निर्मल कुमार मंडल का मोबाइल नंबर 9732273043 भी पुलिस को दिया है। प्राथमिकी के अनुसार रुपये लेने वाले इन लोगों ने लौटाने की मांग पर अपशब्द भी कहे और परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी।

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