Home Bihar पहले राम, अब रामचरितमानस पर संग्राम: चंद्रशेखर बोले- जीभ कटे मगर बात पर अटल हूं, भाजपा हमलावर; नीतीश चुप

पहले राम, अब रामचरितमानस पर संग्राम: चंद्रशेखर बोले- जीभ कटे मगर बात पर अटल हूं, भाजपा हमलावर; नीतीश चुप

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पहले राम, अब रामचरितमानस पर संग्राम: चंद्रशेखर बोले- जीभ कटे मगर बात पर अटल हूं, भाजपा हमलावर; नीतीश चुप

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शिक्षा मंत्री ने बुधवार के बाद गुरुवार को और भी बातें कह सुनाईं।

शिक्षा मंत्री ने बुधवार के बाद गुरुवार को और भी बातें कह सुनाईं।
– फोटो : अमर उजाला

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भारतीय जनता पार्टी और हिंदु आस्था से जुड़े संगठन किसी भी हालत में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कोटे से बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर को बख्शने के लिए तैयार नहीं हैं। अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने चंद्रशेखर की जीभ काटकर लाने वाले को 10 करोड़ का इनाम का विवादित एलान किया है। मंत्रिमंडल से हटाने कहा है। दूसरी ओर चंद्रेशखर ने इस एलान के बाद भी अपनी बात पर कायम रहने की घोषणा कर दी। इधर, बिहार में भाजपा ने हिंदू आस्था को लेकर प्रो. चंद्रशेखर के साथ ही राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भगवान श्रीराम को लेकर ढेर सारी विवादित बातें कहते हुए रामचरित मानस में आस्था रखने की बात कही थी और अब राजद कोटे से राज्य के शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे प्रो. चंद्रशेखर ने रामचरित मानस को लेकर ही विवादित बातें कह दीं। विवादित बयानों ने बिहार में इतनी गरमी ला दी कि इस ठंड में समाधान यात्रा पर निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसपर ‘नो कमेंट’ के मोड में जाना पड़ रहा है।

जगदानंद ने कहा था- कण-कण से निकल राम पत्थरों में कैद हो रहे

राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पिछले दिनों अयोध्या के श्रीराम मंदिर पर पूछे गए सवाल के जवाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को चार बातें सुनाने के चक्कर में यह तक कह दिया था कि भारत के कण-कण में रहने वाले राम अब पत्थरों की चारदीवारी में कैद होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि हम रामचरितमानस के राम को पूजते थे, लेकिन अब वह राम कैद हो रहे हैं।

जगदानंद ने मानस को पूजने की बात कही, चंद्रशेखर ने उसे भी नकारा

जगदानंद ने भगवान राम को लेकर जितनी भी बातें कहीं, मगर रामचरितमानस के प्रति आस्था जताई थी। अब राजद कोटे के मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने उसी मानस पर सवाल कर दिया है। उन्होंने बुधवार को नालंदा खुला विवि के दीक्षांत समारोह में रामचरितमानस को समाज में भेदभाव डालने वाला बताया। उन्होंने कहा कि मानस में निम्न जातियों के खिलाफ जहर उगला गया है। बताया गया है कि नीच जाति के लोग अगर पढ़-लिख लेंगे तो जहरीले हो जाएंगे। बुधवार के उनके बयान पर जब राजनीति गरम हुई और जीभ काटने पर इनाम का एलान हो गया तो उन्होंने गुरुवार को दो कदम आगे बढ़कर कहा कि किसी को दे दो, कोई तो अमीर हो जाएगा। हम बयान पर कायम हैं। गलत नहीं कहा है।



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