Home Bihar पगडंडियों पर कूदते हुए स्कूल नहीं जाएगी बिहार की बेटी, ट्राइ साइकिल के बाद प्रॉस्थेटिक लेग लगाने की तैयारी

पगडंडियों पर कूदते हुए स्कूल नहीं जाएगी बिहार की बेटी, ट्राइ साइकिल के बाद प्रॉस्थेटिक लेग लगाने की तैयारी

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पगडंडियों पर कूदते हुए स्कूल नहीं जाएगी बिहार की बेटी, ट्राइ साइकिल के बाद प्रॉस्थेटिक लेग लगाने की तैयारी

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जमुई : बिहार की बेटी अब एक पैर पर उछलकर स्कूल नहीं जाएगी। जिला प्रशासन की ओर से पहले तो उसे ट्राइ साइकिल दिया गया। फिर कृत्रिम पैर (Prosthetic Legs) लगाने की तैयारी की जा रही है। जिलाधिकारी खुद इसका मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसके अलावा अभिनेता सोनू सूद (सोनू सूद) ने भी जमुई की सीमा को मदद करने का भरोसा दिया है। चौथी क्लास में पढ़ने वाली सीमा एक पैर से द‍िव्‍यांग है और वो रोज स्‍कूल एक पैर पर उछल-उछलकर जाती है। 500 मीटर तक पगडंडियों पर एक पांव से स्कूल जाती है।

जमुई की सीमा के हौसले को सलाम
अगर इंसान के हौसले बुलंद हो तो मददगार भी मिल ही जाते हैं। जमुई के खैरा प्रखंड के छोटे से गांव फतेहपुर की सीमा अपने दोनों पैरों पर स्कूल जाएगी। 10 साल की दिव्यांग बच्ची अपने सपनों को उड़ान दे सकेगी। हादसे में एक पैर को काटना पड़ा था। मगर मजबूत इरादों वाली सीमा ने हार नहीं माना। स्कूल की पढ़ाई जारी रखी। किसी ने बच्ची का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। इसकी खबर बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद तक पहुंची तो उन्होंने इलाज कराने का सोशल मीडिया पर ही वादा किया।

सोनू सूद करेंगे जमुई की सीमा को मदद
दो साल पहले फतेहपुर गांव में ही सीमा एक ट्रैक्टर की चपेट में आ गई थी, जिसमें उसके एक पैर में गंभीर चोट आई थी। जान बचाने के लिए एक पैर को काटना पड़ा था। दो साल से सीमा एक पैर से जीने की आदत डाल रही है। मगर अब उसके दिन बहुरनेवाले हैं। जमुई की रहनेवाली 10 साल की बच्ची का वीडियो सोशल मीडिया पर देखने के बाद सोनू सूद उसकी मदद लिए आगे आए। उन्होंने तुरंत मदद का ऐलान भी किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ‘अब यह अपने एक नहीं दोनों पैरों पर कूद कर स्कूल जाएगी। टिकट भेज रहा हूं, चलिए दोनों पैरों पर चलने का समय आ गया।’

Video : पैर गंवाया..हौसला नहीं, अब एक्टर सोनू सूद करेंगे मदद, जमुई की सीमा को सलाम

सरकारी स्कूल में चौथी क्लास की छात्रा
फतेहपुर गांव की सीमा सरकारी स्कूल में चौथी क्लास की छात्रा है। मीडिया से बातचीत में बड़ी होकर टीचर बनने की बात कही। उसका सपना है कि वो शिक्षा की ज्योति को आगे बढ़ा सके। एक पैर नहीं होने के बावजूद पगडंडियों पर उछलकर रोजाना स्कूल जाती है। वो अपनी शिक्षा पूरी करना चाहती है। महादलित समुदाय से आने वाली दिव्यांग छात्रा सीमा पढ़ना और पढ़ाना चाहती है। उसकी मां बेबी देवी ने मीडिया को बताया कि उनको अपनी बच्ची पर गर्व है। पढ़ने में बहुत तेज है। उसके लिए किताब-कॉपी का इंतजाम भी स्कूल के मास्टर साहब लोग करते हैं। उम्मीद है समाज के दूसरे लोग भी आगे आएंगे।

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