Home Bihar निगरानी विभाग के फंदे में आया सुपौल वन पदाधिकारी, करोड़ों की काली कमाई का खुलासा

निगरानी विभाग के फंदे में आया सुपौल वन पदाधिकारी, करोड़ों की काली कमाई का खुलासा

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निगरानी विभाग के फंदे में आया सुपौल वन पदाधिकारी, करोड़ों की काली कमाई का खुलासा

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पटना. बिहार में भ्रष्टाचार (Corruption In Bihar) में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में निगरानी विभाग (Vigilance Department) की टीम ने आय के अधिक संपत्ति मामले (Disproportionate Assets Case) में सुपौल वन प्रमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार शरण के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की. सुनील कुमार शरण के खिलाफ 1.22 करोड़ रुपये से अधिक की आय से अधिक अर्जित करने के आरोप में 28 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की गई थी. विभाग के द्वारा सोमवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि सुनील शरण फरवरी 1984 में वन क्षेत्र पदाधिकारी के पद पर नियुक्त हुए थे. वो अभी तक बिहार के विभिन्‍न जिलों में कार्य कर चुके हैं.

जांच एजेंसी ने बताया कि 30 अप्रैल को निगरानी की विशेष अदालत से ‘सर्च वारंट’ प्राप्त कर ब्यूरो की टीम ने सुनील शरण के पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित निजी आवास, मौर्या पथ स्थित एक फ्लैट और सुपौल स्थित आवास व सरकारी कार्यालय में तलाशी ली थी. सर्चिंग के दौरान इन ठिकानों से 4,12,000 रूपये कैश, 6,29,000 रूपये के सोने-चांदी के गहने बरामद किए गए थे. साथ ही उनके 14 बैंक खातों के पासबुक में करोड़ों रूपया जमा होने की जानकारी मिली थी. इसके अलावा जीवन बीमा से संबंधित 17 पॉलिसी भी बरामद की गयी.

सुनील शरण की अचल संपत्ति में पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित एक चार मंजिला आलीशान भवन, अपने नाम से गोला रोड स्थित एक फ्लैट, पत्नी सुधा शरण के नाम से मौर्य पथ शांति विहार अपार्टमेंट में एक फ्लैट, पुणे में बेटे के नाम से करोड़ों के दो फ्लैट और एक दुकान, शेखपुरा जिला के बरबीघा में एक बीघा जमीन, नालंदा में जमीन के कागजात और एसबीआई की बरबीघा ब्रान्च में एक लॉकर जिसकी तलाशी ली जानी बाकी है शामिल है.

निगरानी विभाग ने बताया कि सुनील शरण के द्वारा म्युचुअल फंड और एसआईपी में 11,98,000 रूपये और डाकघर में किसान विकास व एनएससी में 2,40,000 रूपये का निवेश किया गया है. सुनील शरण के द्वारा समर्पित वार्षिक संपति विवरणी में उपरोक्त में से किसी संपत्ति निवेश का जिक्र नहीं है. आरोपी अधिकारी के निवेश संबंधी अभिलेखों की जांच किए जाने पर उनके द्वारा और अधिक संपत्ति अर्जित किये जाने की सूचना संभावित है. (भाषा से इनपुट)

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