Home Bihar नालंदा में बीजेपी नेताओं की एंट्री रोकी गई, ओवैसी की पार्टी के अध्यक्ष को बीच रास्ते से लौटाया, जानिए पूरा मामला

नालंदा में बीजेपी नेताओं की एंट्री रोकी गई, ओवैसी की पार्टी के अध्यक्ष को बीच रास्ते से लौटाया, जानिए पूरा मामला

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नालंदा में बीजेपी नेताओं की एंट्री रोकी गई, ओवैसी की पार्टी के अध्यक्ष को बीच रास्ते से लौटाया, जानिए पूरा मामला

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नालंदा: बिहार के दंगाग्रस्त बिहारशरीफ में स्थिति अब सामान्य हो रही है। इस बीच, गुरुवार को भाजपा विधानमंडल प्रतिनिधिमंडल को दंगाग्रस्त इलाके में जाने से जिला प्रशासन ने रोक दिया। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को बिहारशरीफ पहुंचकर प्रभावित परिवार से मिलने पहुंचा था। सिन्हा ने कहा है कि बिहारशरीफ में अभी भी क़र्फ्यू जैसे हालात हैं। स्थिति को सामान्य और नियंत्रित करने में अभी भी प्रशासन को मेहनत करने की जरूरत है।सिन्हा भाजपा विधानमंडल दल के प्रतिनिधि मंडल के साथ दंगाग्रस्त बिहारशरीफ के दौरे पर थे। ये घटनास्थल पर जाकर मृतक गुलशन कुशवाहा के परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना देना चाहते थे।

बीजेपी नेता भड़के

सिन्हा ने कहा कि नालंदा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हें सर्किट हाउस में बताया गया है कि उन क्षेत्रों में धारा144 लगा हुआ है इसलिए प्रतिनिधिमंडल को वहां जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। सिन्हा ने अकेले जाने को भी तैयार थे, लेकिन प्रशासन द्वारा उसकी इजाजत भी नहीं दी गई। बाद में मृतक के परिजनों को प्रशासन के द्वारा सर्किट हाउस लाया गया।भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने उनकी व्यथा सुनी और ढांढस बंधाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार अपराध और भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। उन्होंने कहा कि इनसे बिहारशरीफ नहीं संभल रहा है तो ये विहार को क्या सम्भालेंगे।

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औवसी की पार्टी की भी एंट्री बंद

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दंगा पर दोषारोपण में लगे हुए हैं। भाजपा न्यायिक जांच की मांग की है जिससे असली गुनाहगार और पनाहगार पकड़ा जा सके। सरकार को निष्पक्ष जांच करानी चाहिए और बदले की भावना से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। इधर, बिहारशरीफ जा रहे एआईएमआईएम के बिहार अध्यक्ष अख्तरुल ईमान को प्रशासन ने रास्ते में ही रोक दिया। इस बीच उनकी जिला प्रशासन के साथ जमकर कहासुनी हुई। इसके बाद भी उन्हें वापस पटना लौटना पड़ा। इस दौरान अख्तरुल ईमान ने आरोप लगाया कि सभी नेताओं के लिए छूट है, लेकिन एआईएमआईएम नेताओं को हिंसा पीड़ितों से सिर्फ मिलने तक से रोका जा रहा है।

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