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ग्रेजुएट चाय वाला
संतोष ने बताया कि उसने सोचा घर से कब तक पढ़ाई के लिए पैसा मांगें। इससे अच्छा है कि पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम कमाया जाए। इसलिए प्रियंका चाय वाली से प्रेरित होकर पहले युट्यूब से चाय बनाना सीखा और अब चाय की दुकान खोल ली है। चाय की दुकान दो दिनों में अच्छी चलने लगी है। लोग आते हैं और चाय पीते हैं। संतोष के घर में मां-पिता के अलावा एक बड़ी बहन और दो छोटे भाई-बहन हैं। पिता गांव में छोटा-मोटा व्यवसाय करते हैं। संतोष संगीत से बीएड भी कर रहा है। संतोष ने बताया कि पटना की प्रियंका कुमारी जिसने ग्रेजुएट चाय वाली नाम से दुकान खोली जब वो लड़की होकर चाय दुकान चला सकती है, तो हम क्यों नहीं?
दिन में दुकान रात में पढ़ाई
संतोष ने बताया कि ग्रेजुएट चायवाली की प्रेरणा से दुकान खोली है। दुकान से पढ़ाई-लिखाई का खर्च निकल रहा है। अब लगातार दुकान चलाउंगा। संतोष ने बताया कि वो कंपटीशन की तैयारी कर रहा है। बहुत जल्द उसे सफलता मिलेगी। संतोष दिन में चाय की दुकान चलाता है और रात में पढ़ाई करता है। संतोष बेगूसराय में किराए के मकान में रहकर चाय की दूकान चलाने के साथ-साथ पढ़ाई कर रहा है। चाय पीने पंहुचे स्थानीय लोगों ने कहा कि बेरोजगारी चरम पर है। घर से आर्थिक तंगी होने पर ग्रेजुएट छात्र ने पढ़ाई पूरी करने के लिए चाय दुकान चला रहा है। यहां चाय भी अच्छी मिल रही है।
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