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उल्टा…सीधा वाला बयान अमित शाह ने क्यों दिया?
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के नवादा में एक रैली के दौरान कहा कि ‘2025 में भाजपा की सरकार बनाइए, दंगा करने वालों को उल्टा लटका कर सीधा करने का काम भारतीय जनता पार्टी करेगी। हम तुष्टीकरण को नहीं मानते। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते हैं। हमारे शासन में दंगे नहीं होते हैं।’ दरअसल, नीतीश कुमार ने जब से पाला बदला और बीजेपी से नाता तोड़ा, तब से ही बिहार की महागठबंधन सरकार पर बीजेपी हमलावर है। अमित शाह ने बिहार दौरे की फ्रिक्वेंसी बढ़ा दी है। 2 अप्रैल को अमित शाह की सासाराम और नवादा में रैली थी। रामनवमी के बाद भड़की हिंसा की वजह से अमित शाह को सासाराम दौरा रद्द करना पड़ा। इस रैली के कैंसिल होने से अमित शाह खासे नाराज दिखे।
बिहार में क्यों हो रही ‘योगी मॉडल’ की चर्चा?
भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक ‘योगी मॉडल’ की चर्चा होती है। कभी कर्नाटक तो कभी बिहार की सियासत में इसकी गूंज सुनाई देने लगती है। अमित शाह के ‘उल्टा लटका कर सीधा’ करनेवाले बयान की वजह से बिहार में एक बार फिर ‘योगी मॉडल’ की चर्चा हो रही है। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर ‘योगी मॉडल’ क्या है? इस मॉडल की जब भी चर्चा होती है तो इसका मतलब क्राइम/हिंसा को लेकर जीरो टॉलरेंस है। झटपट कानूनी कार्रवाई के साथ सामाजिक तौर पर एक्सपोज किया जाना। संपत्ति को जमींदोज कर देना। दरवाजे पर बुलडोजर की दस्तक। संपत्ति के साथ-साथ इज्जत-प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिला देना। जिसके साथ इतना कुछ होगा, वो नियम-कानून तोड़ने में सौ बार सोचेगा। फिर किसी तरह के लफड़ा में पड़ना नहीं चाहेगा। अगर किसी को लगता है कि उसे सत्ता-प्रतिष्ठान से प्रोटेक्शन मिल सकता है तो वो कानून को हल्के में लेने लगता है। मगर ‘योगी मॉडल’ में इसकी रत्ती भर भी गुंजाइश नहीं है, ऐसा कहा जाता है।
‘उल्टा लटका कर सीधा’ से क्या संदेश दिए शाह?
बिहार के नवादा में आयोजित रैली से अमित शाह ने आश्वासन दिया कि वो जेडीयू के साथ फिर कोई गठबंधन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि ‘अगर आप लोग सोचते हैं कि आप लोगों को दोबारा बीजेपी का साथ मिलेगा तो ये भूल जाएं। आप लोगों के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। मैं बिहार की जनता को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम लोग अब नीतीश कुमार के साथ गठबंधन नहीं करने वाले।’ चूंकि बिहार में नीतीश कुमार सबसे ज्यादा वक्त तक बीजेपी के समर्थन से ही मुख्यमंत्री रहे हैं। अब उन्हीं (नीतीश कुमार) को कुर्सी से हटाने पर बीजेपी आमादा है। उसे नीतीश कुमार में अब कई खामियां दिख रही है। आरजेडी के शासनकाल में हमेशा से लॉ एंड ऑर्डर एक मुद्दा रहा। अब उसी आरजेडी के समर्थन से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का ओहदा संभाल रहे हैं। लिहाजा उन्होंने कहा कि 2025 में बीजेपी की सरकार बनी तो दंगा करने वालों को उल्टा लटका कर सीधा कर देंगे। बिहार के दो जिलों में रामनवमी के मौके पर हालात बिगड़े तो अमित शाह ने राज्यपाल से बात कर पैरामिलिट्री फोर्स को भी उतार दिया।
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