Home Bihar तमिलनाडु मामले में तेजस्वी विलेन बन गये, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ा सियासी खेल कर गये!

तमिलनाडु मामले में तेजस्वी विलेन बन गये, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ा सियासी खेल कर गये!

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तमिलनाडु मामले में तेजस्वी विलेन बन गये, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ा सियासी खेल कर गये!

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पटना: कहते हैं कि सियासत में अचानक साथ रहने वाले नेता का राजनीतिक कद बढ़ने लगे तो सामने वाला सावधान हो जाता है। बिहार में हाल के दिनों में डेप्यूटी सीएम और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि बनाने निकले थे। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। हेमंत सोरेन से मिले। उससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी मिले थे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा चलने लगी कि तेजस्वी यादव अपनी अलग छवि बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘बैटिंग’ कर रहे हैं। किसी ने नीतीश कुमार को तेजस्वी के नये-नये पॉलिटिकल मूव की जानकारी दे दी। सियासी जानकार मानते हैं कि नीतीश कुमार के कान खड़े हो गए। हालांकि, नीतीश कुमार ने इसका एहसास नहीं होने दिया। तब तक सामने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई का मामला सामने आ गये। नीतीश कुमार ने इस मामले पर ऐसी सियासी बिसात बिछाई की तेजस्वी उसमें उलझकर रह गये।

नीतीश एक्शन में आ गए

तमिलनाडु से जैसे ही मजदूरों की पिटाई का मसला सामने आया। नीतीश संभलकर खेलने लगे। उन्हें मालूम है कि ये मुद्दा जनभावना से जुड़ा हुआ है। वे बीजेपी से भी सख्त नहीं हुए। मामले को लेकर ट्वीट करने के बाद संभलकर बोलते रहे। जानकार मानते हैं कि इस बीच नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को बीजेपी को जवाब देने के लिए फ्रंट फुट पर कर दिया। खुद पीछे हट गए। तेजस्वी राष्ट्रीय स्तर की छवि बनाने के चक्कर में तमिलनाडु के पक्ष में बोलने लगे। तेजस्वी यादव ने मजदूरों की पिटाई का मामला अफवाह बता दिया। उसके बाद वायरल हुए वीडियो को पुराना बताते हुए बीजेपी पर हमलावर हो गये। इस बीच नीतीश कुमार ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तमिलनाडु में अधिकारियों को रवाना कर दिया। बिहार के वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल ने बकायदा चेन्नई की जिलाधिकारी एस. अमृता ज्योति के बैठक की। चार सदस्यीय दल में डी बालमुरुगन, ग्रामीण विकास सचिव, पी कन्नन, आईजीपी (सीआईडी), श्री आलोक, विशेष सचिव, श्रम विभाग और संतोष कुमार, पुलिस अधीक्षक शामिल थे।

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नीतीश ने मामले की गंभीरता को समझा

सियासी जानकारों के मुताबिक नीतीश कुमार के हाथ अच्छा मौका लगा। उन्होंने बिहार को ये दिखा दिया कि बिहारियों की सबसे ज्यादा चिंता वहीं करते हैं। तेजस्वी अपने बयानों से विलेन बन गये। नीतीश कुमार बिहारियों की चिंता का क्रेडिट अपने नाम कर लिया। आप तेजस्वी यादव का इस मसले पर बयान देख सकते हैं। तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कहा कि तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले की बात सरासर झूठी है। विधानसभा में तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी ने हमले की अफवाह फैलायी है। बीजेपी माइंडेड मीडिया भी गलत खबर दे रही है। तेजस्वी एक कदम आगे बढ़कर विधानसभा में बोलने लगे कि बीजेपी दोनों राज्यों की सरकारों के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं तो तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर कथित हमलों को लेकर केंद्र से संपर्क करें। तेजस्वी हाल में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के जन्मदिन में शामिल होने चेन्नई भी गये थे। तेजस्वी को लगा ही नहीं कि ये मामला इतना आगे बढ़ जाएगा। वे तमिलनाडु के पक्ष में उतर गये। बीजेपी से कहा कि आप भारत माता की जय का नारा लगाते रहते हैं, क्या तमिलनाडु भारत माता का हिस्सा नहीं है। जब बीजेपी ने विधानसभा में वीडियो क्लिप दिखाने की बात की। उसके बाद तेजस्वी ने उनसे पूछा कि उन्हें बिहार के प्रवासियों पर स्थानीय तमिलों के हमले के के बारे में कैसे पता चला। इसका पता लगाने का एकमात्र तरीका वहां के अधिकारी हैं, जो मामले की जांच कर सकते हैं।

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तेजस्वी बीजेपी को झूठा ठहराने में रह गये

तेजस्वी यादव अति उत्साह में आ गये। सियासी जानकारों के मुताबिक नीतीश जो चाहते थे वो हो चुका था। पूरे बिहार को ये संदेश चला गया कि तेजस्वी यादव बिहार के मजदूरों की चिंता नहीं करते हैं। तेजस्वी ने विधानसभा में विपक्षी सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन लोगों को स्पष्ट रूप से तथ्यों में कोई दिलचस्पी नहीं है। अफवाह फैलाना इनकी आदत है। कुछ दिन पहले ही उन्होंने शहीद सेना के जवान के पिता की गिरफ्तारी को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित की थी। इस बीच नीतीश कुमार वहां के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के संपर्क में रहे। यहां तक कि शनिवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सभी मजदूर सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि श्रमिकों को कोई नुकसान नहीं होने दिया जायेगा। स्टालिन ने कुमार को बताया कि सभी श्रमिक हमारे श्रमिक हैं जो तमिलनाडु के विकास में मदद करते हैं और मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि श्रमिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया जायेगा।

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नीतीश कुमार ने बाजी जीत ली

जन्मदिन में शामिल हुए तेजस्वी यादव लेकिन स्टालिन ने नीतीश कुमार को बिहारी मजदूरों के सुरक्षित होने की जानकारी दी। स्टालिन ने कहा कि उत्तरी राज्यों के श्रमिकों को तमिलनाडु में काम करने को लेकर किसी भी प्रकार की शंका करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कोई धमकी देता है तो वे पुलिस को सूचित कर सकते हैं और पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया मंचों पर किये गये उन झूठे दावों की पृष्ठभूमि में स्टालिन ने यह आश्वासन दिया है जिनमें कहा गया था कि तमिलनाडु में प्रवासी श्रमिकों, विशेष रूप से ‘बिहार के श्रमिकों’ पर हमला किया गया है। स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में दूसरे राज्यों के श्रमिकों पर हमले की अफवाह फैलाने वाले भारतीय राष्ट्र के खिलाफ हैं, वे राष्ट्रीय अखंडता का उल्लंघन करते हैं। कुछ लोग गैर-मुद्दे पर ओछी राजनीति कर रहे हैं, यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अफवाह के जरिये दहशत फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के बाहर हुई कुछ घटनाओं को यह झूठा दावा करके फैलाया गया कि ऐसी घटनाएं तमिलनाडु में हुई हैं।

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तेजस्वी की हुई किरकिरी

जानकार मानते हैं कि इस मसले पर नीतीश कुमार ने ज्यादा बातें नहीं की। नीतीश कुमार ने सबसे बड़ा काम ये किया कि उन्होंने इस मामले की गंभीरता को समझा। तेजस्वी यादव को जब ये पता भी था कि मामले में कुछ अफवाह की बात है, तो उन्हें हमेशा बिहारी मजदूरों के पक्ष में बोलना चाहिए था। तेजस्वी यादव आगे-आगे चलते हुए और बीजेपी पर हमला करने के चक्कर में पूरे मामले को अफवाह करार दे दिया। ये बात बिहार के लोगों को नागवार गुजरी है। बिहारी मजदूरों के मसले पर पूरे बिहार में चर्चाओं का दौर जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे बढ़ते हुए तत्काल अधिकारियों को चेन्नई रवाना कर दिया। वहां बैठकों का दौर शुरू हो गया। अब तेजस्वी को लग रहा है कि उन्होंने ये क्या कर दिया। उनके हाथ से बड़ा मौका चूक गया। फिलहाल, सियासी जानकार बता रहे हैं कि तेजस्वी यादव अभी बिहार के मजदूरों की नजर में विलेन साबित हो गये हैं। नीतीश कुमार ने इस मामले में एक बार फिर बाजी मार ली है। जानकार कहते हैं कि नीतीश कुमार को बिना विश्वास में लिए हुए उनके साथ रहकर तेजस्वी किसी फ्रंट पर खुद को आगे नहीं कर पाएंगे!

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