Home Bihar ‘गीता में ‘जिहाद’… रामचरितमानस से ‘नफरत’, अगर हिंदू ‘असहिष्णु’ हो गए तो क्या होगा?’

‘गीता में ‘जिहाद’… रामचरितमानस से ‘नफरत’, अगर हिंदू ‘असहिष्णु’ हो गए तो क्या होगा?’

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‘गीता में ‘जिहाद’… रामचरितमानस से ‘नफरत’, अगर हिंदू ‘असहिष्णु’ हो गए तो क्या होगा?’

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नीलकमल, पटना : कांग्रेस को भगवत गीता में जिहाद दिखता है तो लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी आरजेडी का मानना है कि रामचरितमानस (RJD Leader Ramcharitmanas Comment) में ‘नफरत’ की बातें लिखी हैं। मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए बीजेपी विरोधी पार्टियां ‘हिंदू’ के बाद ‘ग्रंथ’ पर हमला कर रही हैं। देश को हिंदुत्व से खतरा है। हिंदुत्व की तुलना बोको हराम और आईएसआईएस (ISIS) से भी की जा चुकी। शिवलिंग को लेकर भी कई आपत्तिजनक बयान आ चुके हैं। सवाल यह उठता है कि आखिर मुसलमानों को खुश करने के लिए राजनीतिक दल कब तक हिंदुओं के साथ उनके भगवान और ग्रंथ का अपमान करते रहेंगे।

सोची-समझी रणनीति के तहत दिया गया है बयान

नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल आरजेडी कोटे से शिक्षा मंत्री बने चंद्रशेखर यादव का रामचरितमानस को लेकर कमेंट कोई अचानक दिया हुआ बयान नहीं है। दो दिन पहले ही संघ प्रमुख मोहन भागवत का एक बयान आया था जिसमें उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है। इसके बाद बिहार के शिक्षा मंत्री का दीक्षांत समारोह के दौरान यह कहना की रामचरितमानस पढ़ने से नफरत फैलता है। यह कोई अचानक दिया गया बयान नहीं लगता। बिहार के शिक्षा मंत्री इतना कह कर ही नहीं रुके थे बल्कि उन्होंने रामचरितमानस को लेकर और भी कई आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने जीतन राम मांझी का नाम लेकर कहा कि अगर वह मंदिर जाते हैं तो मंदिर के पुजारी गंगाजल से मंदिर को धो देते हैं। इसके अलावा चंद्रशेखर ने अपने बयान में यह भी कहा कि रामचरितमानस में लिखा है कि नीची जाति के लोग अगर पढ़ लिख गए तो वह जहरीले हो जाते हैं। ऐसे में समझना मुश्किल नहीं है कि बिहार के मंत्री की ओर से इस तरह का बयान यूं नहीं बल्कि सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।

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मानसिक तौर पर बीमार हो चुके हैं नीतीश के मंत्री- संजय जयसवाल

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया से लोकसभा सांसद डॉ संजय जायसवाल ने चंद्रशेखर यादव के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि वह मानसिक रूप से बीमार हो चुके हैं। बिहार बीजेपी चीफ ने कहा कि इसके पहले भी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी भगवान राम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। सूबे की नीतीश कुमार सरकार तुष्टीकरण की राजनीति में इतनी अंधी हो चुकी है कि सदन के अंदर राष्ट्रगीत के वक्त भी मुस्लिम नेता नहीं उठते, बावजूद इसके उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। यह तुष्टिकरण की ही पराकाष्ठा है। 2020 में ही एनडीए सरकार के दौरान बिहार विधान मंडल के समापन सत्र में राष्ट्रगीत गाने का फैसला लिया गया था। लेकिन आरजेडी के साथ जाते ही नीतीश कुमार की सरकार ने विधानमंडल के लिए लिए गए इस निर्णय को वापस ले लिया।

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अगर हिंदू असहिष्णु हो गए तो क्या होगा? बोले संजय जायसवाल

संजय जायसवाल ने कहा कि मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति पर उतर चुके सियासी दल मुसलमानों को खुश करने के लिए हिंदू धर्म, भगवान और ग्रंथों का अपमान कर रहे हैं। कांग्रेस तो शुरू से ही भगवान श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाती रही है। राहुल गांधी विदेश में जाकर या कह चुके हैं कि देश को हिंदू से खतरा है। कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद तो हिंदुओं की तुलना बोको हरम और आईएसआईएस से कर ही चुके हैं। कांग्रेसी नेता और देश के पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल को गीता में जिहाद नजर आता है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूरे विश्व में हिंदू समाज ही है जो अपने धर्म और भगवान पर किए जा रहे इतने अपमान के बावजूद चुपचाप सब सह रहे हैं। मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले राजनीतिक दलों को यह भी सोचना चाहिए कि अगर हिंदू असहिष्णु हो गए तो क्या होगा? संजय जायसवाल ने आगे कहा कि देश की जनता सब जानती है और वक्त आने पर तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों को करारा जवाब देकर उनको सही ठिकानों पर पहुंचाने का काम करेगी।

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मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए कितना गिरेंगे तेजस्वी: निखिल आनंद

बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद का कहना है कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने रामचरितमानस का अपमान नहीं किया, उन्होंने समस्त हिंदू समाज का अपमान किया है। भगवान राम और कृष्ण की परंपरा वाले देश में जहां लोहिया ने राम और कृष्ण की परंपरा का सम्मान किया। लोहिया रामकृष्ण मेले के आयोजन की बात किया करते थे। वहीं आरजेडी के लोग हैं जो आज रामकृष्ण की परंपरा को अपमानित करने का काम कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में अनर्गल प्रलाप कर हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचय दिया है। तेजस्वी यादव को निश्चित तौर पर अपने शिक्षा मंत्री के बयान पर सफाई देनी चाहिए। देश के समस्त हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए। आरजेडी के लोग मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए किस हद तक गिर सकते हैं यह देखने को मिल चुका है।

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