Home Bihar कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव: जदयू के मनोज कुशवाहा होंगे महागठबंधन के उम्मीदवार, राजद की थी यह सीट

कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव: जदयू के मनोज कुशवाहा होंगे महागठबंधन के उम्मीदवार, राजद की थी यह सीट

0
कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव: जदयू के मनोज कुशवाहा होंगे महागठबंधन के उम्मीदवार, राजद की थी यह सीट

[ad_1]

हाइलाइट्स

JDU के मनोज कुशवाहा कुढ़नी से महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित.
पांच दिसंबर को कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए डाले जाएंगे वोट.
VIP और AIMIM भी आएगी मैदान में, BJP जल्द कर सकती है घोषणा.

पटना. बिहार विधानसभा की कुढ़नी सीट के लिए उपचुनाव में जदयू मनोज कुशवाहा महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे. बता दें कि यह सीट पिछले चुनाव के आधार पर राजद के पास थी. लेकिन, अब यह साफ हो गया है कि मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव में वहां से जदयू चुनाव लड़ेगा.

यहां यह बता दें कि यह सीट राजद के अनिल सहनी के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद खाली हुई है. सांसद रहते हुए फर्जी यात्रा भत्ता के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दोषी पाया था और इसके बाद उनकी सदस्यता खत्म हो गयी थी. पांच दिसंबर को कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए मत डाले जाएंगे.

बता दें कि सीटों के ऐलान से पहले ही मनोज कुशवाहा ने इस बात की घोषणा कर दी थी कि वही उम्मीदवार होने जा रहे हैं. इस बारे में उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा भी था। वैसे बाद में उन्होंने इस पोस्ट को हटा लिया था. कहा जा रहा है कि अब जल्द ही भाजपा भी यहां अपना कैंडिडेट अनाउंस कर सकती है.

गौरतलब है कि मनोज कुशवाहा 2005 से लेकर 2015 तक कुढ़नी सीट से विधायक रह चुके हैं. 2020 में ये सीट एनडीए कोटे से बीजेपी के खाते में चली गई थी. यहां से 2015 में बीजेपी केदार गुप्ता ने जीत हासिल की थी, लेकिन 2020 के चुनाव में उन्हें राजद के अनिल कुमार सहनी से 712 मतों से हार का सामना करना पड़ा था. वर्ष 2020 में कुढ़नी से बीजेपी उम्मीदवार के चुनाव लड़ने के कारण मनोज कुशवाहा को मुजफ्फरपुर की मीनापुर से टिकट दिया गया था लेकिन बाद में विरोध के बाद उन्होंने सिंबल लौटा दिया था.

बता दें कि कुढ़नी से विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी ने भी चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है. वहीं, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी यहां से अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये दोनों ही दल आगे मैदान में रहेंगे या फिर महागठबंधन का समर्थन करेंगे. माना जा रहा है कि अगर ये दोनों ही डटे रहे तो महागठबंधन के लिए संघर्ष थोड़ा कठिन हो जाएगा.

टैग: बिहार के समाचार, बिहार की राजनीति, Mahagathbandhan

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here