[ad_1]
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि हम समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, बीजेपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने शुरू से ही कहा है कि देश और समाज को फासीवादी ताकतों से बचाने के लिए समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए। उनकी पार्टी उन्हीं दलों से समर्थन करेगी जो वंचित वर्ग, दलितों और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए काम करती हैं।
जेडीयू-आरजेडी ने सिरे से कर दिया खारिज
इधर, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने ऐसी कोई योजना को नकार दिया। उन्होंने कहा कि ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘कट्टरवाद’ में अंतर है। हम उनके साथ गठबंधन नहीं कर सकते। इधर, आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने भी कहा कि हमारा एआईएमआईएम से कोई लेना-देना नहीं है और हम इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने तो यह तक कहा कि गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव में एआईएमआईएम के कारण बीजेपी विजयी हुई।
बीजेपी ने तीनों पार्टियों को घेर लिया
इस बीच, बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार बीजेपी प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने कहा कि एआईएमआईएम और आरजेडी, जेडीयू एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इन सभी का एजेंडा एक है जो देश विरोधी ताकतों को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि जैसे असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी खुल्लमखुल्ला मुस्लिमपरस्ती करते हुए हिंदुओं को ललकार कर करते हैं। वही काम धर्मनिरपेक्षता के नाम पर पर्देदारी कर आरजेडी और जेडीयू जैसी पार्टियां मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति के तहत करती हैं।
Bihar Politics: नीतीश कुमार ने किसानों को किया ‘दंडित’ तो सुशील मोदी ने CM को दे दी यह सलाह
जानिए क्या कहा निखिल आनंद ने
बीजेपी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के सभी स्कूलों और थानों में उर्दू के लोग बहाल करने जा रहे हैं। यही नहीं सीमावर्ती इलाके के स्कूलों में नीतीश कुमार नमाज पढ़ने के लिए शुक्रवार को छुट्टी करवाते हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत है कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून और यूनिफॉर्म सिविल कोड अविलंब लागू होना चाहिए।
[ad_2]
Source link