Home Bihar सियासी हलचल: नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर की मुलाकात पर लगने लगे कयास, लालू के पक्ष में प्रियंका की टिप्पणी की आलोचना की

सियासी हलचल: नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर की मुलाकात पर लगने लगे कयास, लालू के पक्ष में प्रियंका की टिप्पणी की आलोचना की

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सियासी हलचल: नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर की मुलाकात पर लगने लगे कयास, लालू के पक्ष में प्रियंका की टिप्पणी की आलोचना की

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना

द्वारा प्रकाशित: अमित मंडल
अपडेटेड सन, 20 फरवरी 2022 03:22 AM IST

सार

इस मुलाकात को लेकर जब नीतीश से सवाल पूछा गया तो उन्होंने उल्टा सवाल दागते हुए कहा कि क्या प्रशांत किशोर से मेरा रिश्ता आज से है?

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चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में कयासों का बाजार गर्म हो गया है। कयास लग रहे हैं कि क्या प्रशांत फिर से नीतीश के साथ काम करेंगे? प्रशांत किशोर नीतीश के साथ कई साल काम कर चुके हैं।

नीतीश ने दिया यह जवाब
इस मुलाकात को लेकर जब नीतीश से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि क्या प्रशांत किशोर से मेरा रिश्ता आज से ही है? बैठक के पीछे कोई खास कारण नहीं है। दिल्ली में प्रशांत किशोर के साथ उनकी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने यह बात कही।

वहीं प्रशांत किशोर ने पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कोविड हो गया था। उसके बाद वे पहली बार दिल्ली आए हैं। लिहाजा उनसे मुलाकात करने गए थे। इसके अलावा और कोई बात सीएम नीतीश कुमार से नहीं हुई है।

प्रशांत के जदयू में शामिल होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया था। लेकिन कुछ समय बाद ही जदयू के वरिष्ठ नेताओं से प्रशांत किशोर की तल्खी हो गई। रिश्तों में आई तल्खी के बाद प्रशांत किशोर ने जदयू छोड़ दिया था। प्रशांत किशोर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के लिए काम करने लगे। हाल के दिनों तक वे बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जुड़े रहे।

ममता बनर्जी के साथ खटपट
बता दें कि प. बंगाल की सीएम ममता के साथ काम कर रहे प्रशांत किशोर के लिए सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उनके और ममता के बीच मनमुटाव की खबरें हैं। नगरपालिका चुनाव में टिकट बंटवारे के बाद उम्मीदवारों के नामों के एलान पर भी खासा विवाद हुआ था। प्रशांत किशोर का ममता गुट के नेताओं से साफ तौर पर मतभेद चल रहा है जबकि वह ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के अधिक करीब हैं और उनकी स्थिति भी टीएमसी में कमजोर हुई है।

भोजपुरी और मगही भाषा विवाद पर ये कहा
वहीं, भोजपुरी व मगही भाषा विवाद पर नीतीश न कहा कि क्या भोजपुरी और मगही सिर्फ एक ही राज्य के हैं? यूपी में भी भोजपुरी बोली जाती है।  बिहार-झारखंड एक था। यह भाषा सभी के लिए है। मुझे हैरत होती है। अगर कोई ऐसा कर रहा है तो मुझे नहीं लगता कि यह राज्य के हित में किया जा रहा है। मुझे नहीं पता ऐसा क्यों किया जा रहा है।

चारा घोटाले को लेकर लालू के पक्ष में प्रियंका की टिप्पणी की आलोचना की
नीतीश कुमार ने दो दिन के अपने दिल्ली दौरे के दौरान प्रशांत किशोर से मुलाकात करने के बाद शनिवार को बिहार लौट आए। यहां उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पक्ष में प्रियंका गांधी द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना की। अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से मुलाकात करने और भाजपा नेता भूपेंद्र यादव एवं सुशील कुमार मोदी के परिवार की शादियों में शामिल होने राष्ट्रीय राजधानी गए नीतीश शनिवार देर शाम पटना लौट आए।

चारा घोटाला मामले को लेकर लालू के पक्ष में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘अदालत में विचाराधीन किसी मामले पर इस तरह की टिप्पणी पर आश्चर्य हो रहा है।’ जदयू प्रमुख ने कहा कि लालू को चारा घोटाले से जुडे कुछ मामलों में अदालत द्वारा पूर्व में सजा सुनाई जा चुकी है और बाकी मामलों को लेकर निर्णय आना बाकी है, ऐसे में इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने की आवश्यक्ता ही नहीं है। प्रियंका गांधी ने डोरंडा कोषागार मामले में लालू प्रसाद को दोषी ठहराये जान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे भाजपा के अपने घोर विरोध से जोड़ा था।

विस्तार

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में कयासों का बाजार गर्म हो गया है। कयास लग रहे हैं कि क्या प्रशांत फिर से नीतीश के साथ काम करेंगे? प्रशांत किशोर नीतीश के साथ कई साल काम कर चुके हैं।

नीतीश ने दिया यह जवाब

इस मुलाकात को लेकर जब नीतीश से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि क्या प्रशांत किशोर से मेरा रिश्ता आज से ही है? बैठक के पीछे कोई खास कारण नहीं है। दिल्ली में प्रशांत किशोर के साथ उनकी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने यह बात कही।

वहीं प्रशांत किशोर ने पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कोविड हो गया था। उसके बाद वे पहली बार दिल्ली आए हैं। लिहाजा उनसे मुलाकात करने गए थे। इसके अलावा और कोई बात सीएम नीतीश कुमार से नहीं हुई है।

प्रशांत के जदयू में शामिल होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया था। लेकिन कुछ समय बाद ही जदयू के वरिष्ठ नेताओं से प्रशांत किशोर की तल्खी हो गई। रिश्तों में आई तल्खी के बाद प्रशांत किशोर ने जदयू छोड़ दिया था। प्रशांत किशोर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के लिए काम करने लगे। हाल के दिनों तक वे बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जुड़े रहे।

ममता बनर्जी के साथ खटपट

बता दें कि प. बंगाल की सीएम ममता के साथ काम कर रहे प्रशांत किशोर के लिए सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उनके और ममता के बीच मनमुटाव की खबरें हैं। नगरपालिका चुनाव में टिकट बंटवारे के बाद उम्मीदवारों के नामों के एलान पर भी खासा विवाद हुआ था। प्रशांत किशोर का ममता गुट के नेताओं से साफ तौर पर मतभेद चल रहा है जबकि वह ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के अधिक करीब हैं और उनकी स्थिति भी टीएमसी में कमजोर हुई है।

भोजपुरी और मगही भाषा विवाद पर ये कहा

वहीं, भोजपुरी व मगही भाषा विवाद पर नीतीश न कहा कि क्या भोजपुरी और मगही सिर्फ एक ही राज्य के हैं? यूपी में भी भोजपुरी बोली जाती है।  बिहार-झारखंड एक था। यह भाषा सभी के लिए है। मुझे हैरत होती है। अगर कोई ऐसा कर रहा है तो मुझे नहीं लगता कि यह राज्य के हित में किया जा रहा है। मुझे नहीं पता ऐसा क्यों किया जा रहा है।

चारा घोटाले को लेकर लालू के पक्ष में प्रियंका की टिप्पणी की आलोचना की

नीतीश कुमार ने दो दिन के अपने दिल्ली दौरे के दौरान प्रशांत किशोर से मुलाकात करने के बाद शनिवार को बिहार लौट आए। यहां उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पक्ष में प्रियंका गांधी द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना की। अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से मुलाकात करने और भाजपा नेता भूपेंद्र यादव एवं सुशील कुमार मोदी के परिवार की शादियों में शामिल होने राष्ट्रीय राजधानी गए नीतीश शनिवार देर शाम पटना लौट आए।

चारा घोटाला मामले को लेकर लालू के पक्ष में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘अदालत में विचाराधीन किसी मामले पर इस तरह की टिप्पणी पर आश्चर्य हो रहा है।’ जदयू प्रमुख ने कहा कि लालू को चारा घोटाले से जुडे कुछ मामलों में अदालत द्वारा पूर्व में सजा सुनाई जा चुकी है और बाकी मामलों को लेकर निर्णय आना बाकी है, ऐसे में इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने की आवश्यक्ता ही नहीं है। प्रियंका गांधी ने डोरंडा कोषागार मामले में लालू प्रसाद को दोषी ठहराये जान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे भाजपा के अपने घोर विरोध से जोड़ा था।

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