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पटना13 मिनट पहले
सदन के बाहर प्रदर्शन करते विधा
बिहार विधान मंडल के बजट सत्र का आज तीसरा दिन है। आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी सदन की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे हैं। बीते सोमवार को बजट पेश होने के दिन नेता प्रतिपक्ष मौजूद नहीं थे। आज सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही भाकपा-माले के सदस्यों ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने किसानों की हकमारी का सवाल उठाया। फिर कहा कि बिहार सरकार ठीक से शराबबंदी लागू नहीं कर पा रही है। अगर सरकार शराबबंदी नहीं कर पा रही है तो शराब को पूरी तरह से चालू कर दे। उसकी दोगुनी और तीन गुनी कीमत निर्धारित कर दे। उस पैसे का इस्तेमाल सरकार कल कारखाने लगाने में करे।
विधानसभा में विधायक अजय कुमार समेत कई विधायकों ने आरोप लगाया कि सड़क से जुड़े सवाल पूछे गए और विभाग मंत्री को गलत जवाब दे रहा है।
इस दौरान सत्यदेव राम, महबूब आलम, महानंद सिंह, अजय कुमार, मनोज मंजिल, रामबली सिंह यादव, अरुण सिंह, अवध बिहारी चौधरी, आलोक कुमार मेहता, अमरजीत कुशवाहा और अजीत शर्मा कार्य स्थगन प्रस्ताव लेकर भी आए। हालांकि, इन सभी के प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद सभी विपक्षी सदस्य खड़े हो गए और विरोध दर्ज करने लगे। माले विधायक दल के नेता महबूब आलम विरोध करते करते सभा के वेल में आ गए। उन्होंने बेलागंज का मामला उठाया और कहा कि पुलिस पर पीड़िता के पिता को भरोसा नहीं है। उसके पिता को दबंग के बाप के पास जाना पड़ता है। जवाब में दो दिन बाद बेटी की लाश मिलती है।