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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Thu, 03 Feb 2022 08:55 PM IST
सार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दलजीत रक्सौल के एक होटल में ही परिवार के साथ ठहरा हुआ था। उसकी योजना परिवार के साथ निजी वाहन में सवार होकर नेपाल भागने की थी।
पीएमसी बैंक
– फोटो : PTI
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विस्तार
महाराष्ट्र के पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी दलजीत सिंह को बिहार से नेपाल भागने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया है कि दलजीत ने नेपाल पहुंचने के लिए रक्सौल बॉर्डर का रुख किया था। हालांकि, पुलिस ने सूचना मिलते ही उसे धर दबोचा। पीएमसी बैंक में हुए 4355 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला 2019 में उजागर हुआ था। तब इस घोटाले में बैंक के कई और अधिकारियों का नाम भी सामने आया था।
परिवार के साथ कर रहा था बॉर्डर पार करने की कोशिश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दलजीत रक्सौल के एक होटल में ही परिवार के साथ ठहरा हुआ था। उसकी योजना अपने परिवार के साथ निजी वाहन में सवार होकर नेपाल भागने की थी। हालांकि, नेपाल बॉर्डर पार करने से महज 200 मीटर पहले ही आव्रजन विभाग के अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में दलजीत ने पुलिस को बताया कि वह देश छोड़कर नेपाल के रास्ते कनाडा भगाने के फिराक में था।
दलजीत के पकड़े जाने की जानकारी महाराष्ट्र पुलिस को दे दी गई है। उसे रक्सौल पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच बंद रखा है। इस घोटाले की जांच महाराष्ट्र पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की टीम के भी बिहार पहुंचने की खबर आई है। दलजीत सिंह बल इस मामले में वॉन्टेड आरोपी है। लेकिन वह अब तक जांच एजेंसी को चकमा देकर फरार चल रहा था।
कितना बड़ा है पीएमसी बैंक घोटाला?
पीएमसी बैंक में हुए 4355 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला 2019 में सामने आया था। तब रिजर्व बैंक पीएमसी बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया था। इसके अलावा उपभोक्ताओं के पैसे निकालने पर भी रोक लगा दी गई थी। इस घोटाले में बैंक के कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम सामने आए थे। बताया जाता है कि अधिकारियों ने फर्जी लोन बांटकर बैंक को हजारों करोड़ का चूना लगा दिया था। इस मामले में दलजीत सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया था।
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