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बिहार में कोरोना की तीसरी के बावजूद आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार बिहार की विकास दर ठीकठाक रही है। लेकिन विभिन्न जिलों में बहुत ज्यादा असमानताएं भी दिखाई देती है। रिपोर्ट के अनुसार पटना सबसे विकसित जिला तो वहीं शिवहर हर पैमाने पर पिछड़ा नजर आया है।
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हाइलाइट्स
- पट्रोल और डीजल की खपत में भी पटना अव्वल, मुजफ्फरपुर दूसरे
- पटना, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर और शेखपुरा विकसित जिले में शुमार
- सबसे पिछड़ा जिला अररिया, शिवहर, बांका, किशनगंज और पश्चिम चंपारण
शहरीकरण मामले में बड़ा अंतर
बिहार के आर्थिक सर्वेक्षण में बिहार के जिलों के बीच आर्थिक असमानता की तरह शहरीकरण में भी जिलों में काफी असमानता है। पटना जिले में शहरीकरण का स्तर सर्वाधिक 44.3 फीसद है। इसके अलावा सिर्फ दो जिलों मुंगेर और नालंदा का क्रमश : 28.3 फीसद और 26.2 फीसद है। दोनों जिलों के शहरीकरण में बड़ा अंतर अधिक है। जो असामानता का बड़ा स्तर भी बताता है। बिहार के शहरीकरण की बात की जाए तो दक्षिण बिहार के जिलों में उत्तर बिहार से अधिक शहरीकरण की तस्वीर भी उभरती है।
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प्रति व्यक्ति आय में भी पटना अव्वल, बेगूसराय दूसरे स्थान पर
साल 2019-20 के आंकड़ों के मुताबिक प्रति व्यक्ति आय के मामले में पटना जिला 131.1 हजार रुपए के साथ सबसे ऊपर है। यह दूसरे नंबर पर स्थित बेगूसराय जिले की प्रति व्यक्ति आय 51.4 हजार रुपएपये से करीब ढाई गुणा अधिक है। प्रति व्यक्ति आय के मामले में इनके बाद मुंगेर (44.3 हजार), भागलपुर (41.8 हजार), रोहतास (35.8 हजार), मुजफ्फरपुर (34.8 हजार), औरंगाबाद (32 हजार), गया (31.9 हजार), भोजपुर (31.6 हजार) और वैशाली (30.9 हजार) है।
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बिहार का सबसे गरीब जिला शिवहर और अररिया
प्रति व्यक्ति कम आय वाले जिलों में शिवहर (19.6 हजार), अररिया (20.6 हजार), सीतामढ़ी (22.1 हजार), पूर्वी चंपारण (22.3 हजार), मधुबनी (22.6 हजार), सुपौल (22.9 हजार), किशनगंज (23.2 हजार) व नवादा (23.4 हजार) शामिल हैं।
पेट्रोल डीजल और रसोई गैस खर्च करने में पटना और मुजफ्फरपुर अव्वल
बिहार के जिलों के बीच आर्थिक विषमता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पेट्रोलियम उत्पाद की खपत में भी पटना अव्वल है। पेट्रॉल की खपत के लिहाज से दो सबसे संपन्न जिले पटना और मुजफ्फरपुर हैं। वहीं दूसरी ओर इसके आधार पर दो सबसे पिछड़े जिले बांका और शिवहर हैं। दो अन्य पेट्रॉलियम उत्पादों में डीजल और रसोई गैस (एलपीजी) के लिहाज से भी सर्वाधिक समृद्ध और गरीब जिलों की पहचान की जा सकती है।
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बचत के मामले में पटना आगे, पश्चिमी चंपारण सबसे पीछे
आर्थिक विकास में आंतरिक विषमता का आधार विभिन्न जिलों में प्रति व्यक्ति लघु बचत है। इसमें भी दो सबसे समृद्ध और सबसे गरीब जिलों में पटना और सारण हैं जबकि सबसे पिछड़े जिले अररिया और पश्चिम चंपारण हैं। विभिन्न आधार पर रैंकिंग के लिहाज से बिहार के आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत विकसित जिले पटना, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर और शेखपुरा पाए गए हैं। दूसरी ओर, सबसे पिछड़े जिले अररिया, शिवहर, बांका, किशनगंज और पश्चिम चंपारण हैं।
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