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पटनाएक घंटा पहले
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
कोरोना की तीसरी लहर के बाद बिहार के जिलों में आज 1 मार्च से भौतिक मुलाकात की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। जेलों में बंदियों से मिलने से पहले मुलाकाती को जेल के सारी नियमों को माननी पड़ेगी। इससे पहले जेल में मुलाकात करने के लिए आपको पहले ऑनलाइन अनुरोध देना होगा। अनुरोध देने के बाद ही मुलाकात के दिन, तारीख और समय निर्धारित किए जाएंगे। समय और तारीख निर्धारित किए जाने के बाद ही आप जेल में बंद बंदियों से मुलाकात कर सकेंगे।
इस तरह की व्यवस्था का मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि जेल के आसपास अनावश्यक भीड़ से बचा जा सके। इसके साथ ही मुलाकात जी से मुलाकात करने से पहले आने वाले आगंतुकों को मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।
बेउर जेल के सुपरिटेंडेंट जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यहां आने वाले मुलाकातों को कई तरह के जांच से गुजरना होगा जिसमें थर्मल स्क्रीनिंग से लेकर उनके शरीर की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि जेल के अंदर कई तरह के आतंकवादियों के अलावा नक्सली भी बंद है। इन सभी को जेल की तरफ से कड़ी निगरानी में रखा गया है। जेल की बाहरी एवं वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन ने इस तरह के कड़े कदम उठाए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को अविलंब रोका जा सके। उन्होंने बताया कि वैसे भी जेल को अति संवेदनशील माना गया है और इसके आसपास कड़ी सुरक्षा अनिवार्य है।
उन्होंने यह भी बताया कि जेल के अंदर बंदियों के लिए बाहर से दिए जाने वाले किसी सामानों को फिलहाल रोक लगा दी गई है और जो भी सामान बंधुओं तक पहुंचाएं जाने की अनिवार्यता होगी उन सामानों को कड़ी जांच के बाद ही बंधुओं तक भेजा जा सकेगा। आज से शुरू हो रहे मुलाकात ही को लेकर जेल की सुरक्षा व्यवस्था और भी ज्यादा चुस्त-दुरुस्त कर दी गई है। जेल के सुपरिटेंडेंट ने मुलाकातों से अनुरोध किया है कि जेल के आसपास के जख्मों पर अनावश्यक भीड़ ना लगाएं।
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