Home भोजपुरी पत्नी से तलाक के बीच Pawan Singh को आई मां की याद, Mother’s Day पर संस्कृत के श्लोक से समझाई माता की खासियत

पत्नी से तलाक के बीच Pawan Singh को आई मां की याद, Mother’s Day पर संस्कृत के श्लोक से समझाई माता की खासियत

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पत्नी से तलाक के बीच Pawan Singh को आई मां की याद, Mother’s Day पर संस्कृत के श्लोक से समझाई माता की खासियत

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आज यानी 8 मई को देश और दुनिया के लोग मदर्स डे को सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस खास दिन को हर कोई अपने अलग-अलग अंदाज में मनाता है, कोई मां को खिलाता है तो कोई उन्हें उपहार देता है. किसी की मां दूर हैं तो वे सोशल मीडिया के जरिए अपनी पहली गुरु के लिए सम्मान देते हुए प्यार जाहिर करते हैं. आज हर आम से लेकर खास भी अपनी-अपनी मां की झलक इंटरनेट पर पेश कर रहे हैं. जहां बॉलीवुड में कई सेलेब्स ने अपने- अपने मम्मियों के साथ तस्वीरें शेयर की हैं तो वहीं भोजपुरी के तमाम स्टार्स को भी अपनी मां की याद सता रही है. हाल ही में भोजपुरी के पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह ने अपनी मां के साथ तस्वीर शेयर की है जिसमें वे मां के साथ दिख रहे हैं.

संस्कृत का श्लोक में बताई मां  की अहमियत
पवन सिंह ने मां के साथ एक पुराती तस्वीर शेयर की है जिसमें एक्टर मौजूदा लुक से काफी यंग दिख रहे हैं. उन्होंने पिक्चर के कैप्शन में एक श्लोक लिखा और उसका अर्थ भी फैंस को बताया. उन्होंने लिखा, ‘नास्ति मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राण, नास्ति मातृसमा प्रिया।’ इसका अर्थ है…माता के समान कोई छाया नहीं है, माता के समान कोई सहारा नहीं है. माता के समान कोई रक्षक नहीं है और माता के समान कोई प्रिय चीज नहीं है.’

ऋचा दीक्षित और काजल राघवानी ने भी मां के लिए बयां किया प्यार

उनकी ये तस्वीर काफी पसंद की जा रही है और ये उन्होंने उस वक्त शेयर की है जब उनका दूसरी पत्नी ज्योति से तलाक का ऐलान हुआ है. इससे पहले उन्होंने भगवान की तस्वीर के सामने पूजा करते हुए एक रील शेयर किया था जो काफी पसंद किया गया था. पवन के अलावा और भी कई भोजपुरी स्टार्स ने अपनी मां के साथ तस्वीरें शेयर की हैं. ऋचा दीक्षित ने मदर्स डे पर तस्वीर शेयर लिखा, मां की तरह कोई ख़्याल रख पाये ये तो बस ख़्याल ही हो सकता है..


भोजपुरी एक्ट्रेस काजल राघवानी ने भी एक पोस्ट लिखा, जिसमें वे कहती हैं, ‘मां बात सिर्फ इतनी सी हैं मां तू है तो मैं हूं हम हैं.. भगवान आपको हर खुशी दे!
मां तुम अनंत हो
कैसे व्यक्त करूँ तुम्हें मैं शब्दों में..
तुम मेरा आस्तित्व हो
तुम समा नहीं सतकी शब्दों-अर्थों में॥’

मदर्स डे का इतिहास
माना जाता है कि मदर्स डे की शुरुआत साल 1907 में अमेरिका में हुई थी. इस खास का दिन की फाउंडर अन्ना जार्विस (Anna Jarvi) बताई जाती हैं जो कि एक सोशल एक्टिविस्ट थीं. अन्ना ने वेस्ट वर्जीनिया के ग्राफ्टन में एंड्रयूज मेथोडिस्ट एपिस्कोपल चर्च (Andrews Methodist Episcopal Church) में सभी माताओं के सम्मान में एक पूजा सेवा की मेजबानी की थी. साल 1905 में जब उनकी मां एन रीव्स जार्विस की मृत्यु हुई, तो उन्होंने मदर्स डे को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मान्यता देने की ख्वाहिश व्यक्त की थी. 2 साल बाद उनकी विश पूरी हुई और 1914 में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन द्वारा राष्ट्रीय अवकाश बनाया गया था. जबकि भारत में मई में दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है, यह अलग-अलग देशों में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है.

टैग: भोजपुरी, मदर्स डे स्पेशल, पवन सिंह



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