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नई दिल्ली:
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने आज दुनिया का पहला कोविड-19 इंट्रानेजल वैक्सीन, आईएनसीओवीएसीसी लॉन्च किया। भारत की भारत बायोटेक द्वारा विकसित वैक्सीन सरकार को 325 रुपये प्रति डोज में उपलब्ध होगी, जबकि निजी अस्पतालों को इसकी कीमत 800 रुपये होगी।
कंपनी को दिसंबर 2022 में प्राथमिक 2-खुराक अनुसूची के लिए और एक विषम बूस्टर खुराक के रूप में मंजूरी मिली। इससे पहले केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने 18 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के आपातकालीन स्थितियों में इंट्रानेजल वैक्सीन के प्रतिबंधित उपयोग को मंजूरी दी थी।
वैक्सीन की दो खुराक 28 दिन के अंतराल पर देनी होती है।
देश के वैक्सीन टास्क फोर्स के प्रमुख ने CoWin प्लेटफॉर्म पर वैक्सीन पेश किए जाने के एक हफ्ते बाद पिछले महीने NDTV को बताया कि नाक का टीका उन लोगों को नहीं दिया जा सकता है जिन्होंने एहतियात या बूस्टर खुराक ली है।
वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक के मुताबिक, कोई भी इसके लिए अपॉइंटमेंट बुक कर सकता है CoWin पर जाकर इंट्रानेजल वैक्सीन की खुराक वेबसाइट।
iNCOVACC को वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था, जिसने पुनः संयोजक एडेनोवायरल वेक्टर निर्माण को डिजाइन और विकसित किया था और प्रभावकारिता के लिए प्रीक्लिनिकल अध्ययनों में मूल्यांकन किया था।
भारत बायोटेक द्वारा प्रीक्लिनिकल सेफ्टी इवैल्यूएशन, बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग स्केल अप, फॉर्मूलेशन और डिलीवरी डिवाइस डेवलपमेंट से संबंधित प्रोडक्ट डेवलपमेंट, जिसमें ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल भी शामिल है, आयोजित किए गए।
उत्पाद विकास और नैदानिक परीक्षणों को भारत सरकार द्वारा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के कोविड सुरक्षा कार्यक्रम के माध्यम से आंशिक रूप से वित्त पोषित किया गया था।
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