[ad_1]
झांकी की हैं कई विशेषताएं
गणतंत्र दिवस के मौके पर अयोध्या के दीपोत्सव की झांकी की कई विशेषताएं हैं। दीपोत्सव की झांकी के साथ ही राम की पैड़ी, पुष्पक विमान, लंका विजय और लंका की जीत के बाद अयोध्या आगमन पर अयोध्यावासियों की ओर से श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के स्वागत की झांकी प्रदर्शित होगी। इनके अलावा गुरु वशिष्ठ और पुष्पक विमान पर हनुमान, जामवंत, सीता, लक्ष्मण और सुग्रीव की झलक दिखाई जाएगी।
श्रीराम के अयोध्या आगमन का भी दिखेगा दृश्य
अयोध्या में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता आदि के पुष्पक विमान से आने के बाद के दृश्य को भी यहां पर प्रदर्शित किया जा रा है। झांकी में भगवान राम दरबार की सवारी को चलता हुआ दिखाया गया है। इसके बाद दीपोत्सव को लेकर सजी अयोध्या भी प्रदर्शित की जाएगी।
कार्यक्रम की तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
दीपोत्सव की झांकी प्रदर्शन के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके जरिए यूपी सरकार की ओर से गई टीम की ओर से कलाकारों की टीम अपने परफॉर्मेंस को पूरा कर रही है। कलाकार कर्तव्य पथ पर रामराज के नजारे को प्रदर्शित करते दिखेंगे।
दीपोत्सव का महत्व समझाएगा प्रदेश
यूपी कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस परेड 2023 में दीपोत्सव के महत्व को प्रदर्शित करेगा। इसके जरिए यूपी के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण का संदेश दिया जाएगा। इस पूरे मामले को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
काशी कॉरिडोर का भी हो चुका है प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश ने अपने सांस्कृतिक महत्व के स्थानों का झांकियों के जरिए देश-दुनिया के सामने प्रदर्शन किया है। पिछले झांकियों के प्रदर्शन के दौरान काशी कॉरिडोर को राजपथ पर प्रदर्शित किया गया था। इसके बाद काशी कॉरिडोर में आने वाले भक्तों की संख्या में खासी बढ़ोत्तरी देखी गई है।
अयोध्या में 2017 से हो रहा है दीपोत्सव का आयोजन
भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन वर्ष 2017 से हो रहा है। प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से इस कार्यक्रम का आयोजन शुरू किया गया। इस आयोजन ने लोगों को खासा अपनी ओर आकर्षित किया है। दीपोत्सव अब एक बड़े आयोजन के रूप में देखा जाने लगा है।
[ad_2]
Source link