[ad_1]
Ramcharit Manas Controversy: पुलिस ने बताया कि सतनाम सिंह लवी नाम के व्यक्ति की शिकायत पर पीजीआई थाने में FIR दर्ज की गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि श्रीरामचरितमानस के पन्नों की प्रति जलाने से शांति को खतरा है। उन्होंने बताया भारतीय दंड संहिता की धारा 142, 143, 153 ए, 295, 295 ए, 298, 504, 505, 506 और 120 बी के तहत FIR की गई है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘मेरे न रहने पर भी मेरा नाम FIR में शामिल करना इससे साबित होता है कि यह दबाव में थाने में बैठकर मजबूरी में लिखी गई है। महिलाओं और शूद्र समाज के सम्मान की बात करना, आपत्तिजनक टिप्पणी को हटाने की मांग करना अपराध की श्रेणी में नहीं आता।’ उन्होंने आगे कहा, ‘सरकार के दबाव में भले ही FIR लिख ली गई हो लेकिन न्यायालय से सबको न्याय मिलेगा।’
लखनऊ में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने श्रीरामचरितमानस के कथित तौर पर ‘महिलाओं और दलितों पर आपत्तिजनक टिप्पणी’ वाले पन्नों की ‘फोटोकॉपी’ जलाने के मामले में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने देर शाम बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
[ad_2]
Source link
Advertisement