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गुजरात के चुनावी मैदान में उतरे सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर का मुद्दा उठाया। बुलडोजर मॉडल भी। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को संभालने के लिए जिस प्रकार से बुलडोजर का प्रयोग शुरू किया गया, बाद के दिनों में भूपेंद्र पटेल की सरकार ने भी इसे अपनाया। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से जारी किए गए संकल्प पत्र में भी योगी सरकार की ओर से किए जा रहे कई कार्यों को रखा गया है। इसमें दंगों या कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की स्थिति में अपराधियों से दंड की वसूली जैसे प्रावधान भी शामिल किए गए हैं। कानून व्यवस्था पर जोड़ दिया गया है। इन तमाम मसलों को प्रभावी रूप से स्थापित करने में सीएम योगी सफल रहे। सीएम योगी ने उम्मीदवारों के पक्ष में उतर कर माहौल को अपने पक्ष में करने में सफलता हासिल की।
गुजरात में भाजपा को बंपर जीत, योगी का योगदान
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को बंपर जीत मिली है। 182 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा ने रिकॉर्ड 156 सीटों पर जीत दर्ज की। दूसरे नंबर पर कांग्रेस 17 सीटों के साथ रही। वहीं, आम आदमी पार्टी 5 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही। अन्य के खाते में 4 सीटें गईं। भाजपा ने करीब 85 फीसदी सीटों पर जीत दर्ज की। पहली बार गुजरात में भाजपा को विधानसभा चुनावों में वोट प्रतिशत 50 फीसदी के पार गया। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सीएम योगी ने गुजरात में जोरदार प्रचार किया। रैलियों और रोड शो के जरिए माहौल बनाया। 25 विधानसभा सीटों में और 18 में अपने उम्मीदवारों को जीत दिला दी। सीएम योगी ने कांटे के मुकाबले वाली सीटों पर उतर कर भाजपा उम्मीदवारों की नैया पार लगाने में बड़ी भूमिका निभाई। 2017 में कांग्रेस के हाथों हारी 5 सीटों पर भाजपा को जीत दिलाने में सीएम योगी कामयाब रहे।
जीत का समीकरण बनाते दिखे योगी
भारतीय जनता पार्टी ने सीएम योगी आदित्यनाथ का इस्तेमाल उन विधानसभा सीटों पर किया, जहां पर पार्टी कमजोर दिख रही थी। सीएम योगी ने अपने प्रभाव से परिणाम बदल दिया। सीएम योगी 25 सीटों पर चुनाव प्रचार करने उतरे, वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से 11 सीटें कांग्रेस या फिर अन्य के खाते में गई थी। इन सीटों में से रापर, ध्रांगध्रा, सावरकुंडला, वीरगाम और धांधुका की सीटें कांग्रेस के पास थी। इन पर इस बार भाजपा को जीत मिली। इसके अलावा बकानेर, झगड़िया, चौरासी, सनखेड़ा, मोहम्मदाबाद, द्वारका, रापण, धांगधारा, वारछा, सोमनाथ, सावरकुंडला, वीरमगाम, उमरेठ, दभोई, गोधरा, धंधुका, धोलका और महुधा विधानसभा सीट पर भाजपा जीती। सीएम योगी के प्रचार के बाद भी जिन सीटों पर भाजपा को हार मिली, वहां भी हार और जीत का अंतर काफी कम रहा।
सीएम योगी ने गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे और अब भाजपा से विधायक बने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के लिए भी वोट मांगा। वीरगाम सीट पर प्रचार कर उन्होंने हार्दिक पटेल को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। हार्दिक ने वीरगाम सीट पर आप के अमरसिंह अनादाजी ठाकोर को 51,707 वोटों से हराया है।
बुलडोजर मॉडल भी खूब हुआ चर्चित
सीएम योगी आदित्यनाथ चुनावी मैदान में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार के मसले को जोरदार तरीके से उठाते दिखे। उन्होंने बुलडोजर मॉडल का जिक्र किया। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी बुलडोजर मॉडल खूब चला था। गुजरात में भी इसकी धमक देखने को मिली। अपराधियों और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा गरमाया। लोगों के बीच भी बुलडोजर मॉडल खासा चर्चित हुआ। साथ ही सीएम योगी ने काशी विश्वनाथ और सोमनाथ के बीच के धार्मिक और सांस्कृतिक पुल को अपने अंदाज में पेश किया। चुनावी मैदान में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। गोधरा विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान 2002 के दंगों की याद भी ताजा की। राम भक्तों के ट्रेन को जलाए जाने की घटना को भी याद किया। तमाम मसलों के जरिए सीएम योगी भाजपा के पक्ष में माहौल बनाते दिखे।
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