Home Politics वायनाड से सांसद, UP से AICC सदस्य… राहुल गांधी की इस रणनीति के पीछे 2024 का समीकरण तो नहीं

वायनाड से सांसद, UP से AICC सदस्य… राहुल गांधी की इस रणनीति के पीछे 2024 का समीकरण तो नहीं

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वायनाड से सांसद, UP से AICC सदस्य… राहुल गांधी की इस रणनीति के पीछे 2024 का समीकरण तो नहीं

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लखनऊ: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश से ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) का सदस्य चुना गया है। केरल के वायनाड से सांसद होने के बावजूद यूपी से एआईसीसी सदस्य चुने जाने को लेकर राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस कार्यसमिति के चुनाव में एआईसीसी के निर्वाचित सदस्य ही मतदान कर सकते हैं। ऐसे में इसे अहम माना जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस जानती है कि यूपी में अपना आधार मजबूत किए दिल्ली की सत्ता में वापसी संभव नहीं है। ऐसे में यूपी को ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता है। कांग्रेस की इस रणनीति के बाद एक बार फिर से उनके अमेठी से चुनावी मैदान में उतरने की संभावना-संकेतों की राजनीतिक चर्चा का दौर शुरू हो गया है।

कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अमेठी के लोग मुख्य रूप से कांग्रेस समर्थक चाहते हैं कि राहुल गांधी फिर से अमेठी से चुनाव लड़ें। यहां से स्मृति ईरानी ने 2019 के आम चुनावों में पूर्व कांग्रेस प्रमुख को हरा दिया था। अमेठी पहले कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले अमेठी के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी के लोग राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनने का इंतजार कर रहे हैं।

पार्टी के कई नेताओं ने दावा किया है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर राहुल गांधी अमेठी से उम्मीदवारी पेश कर सकते हैं। हालांकि, राहुल गांधी की ओर से अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है। वैसे अमेठी गांधी परिवार का गढ़ बना रहेगा। इस सीट पर गांधी परिवार के साथ दशकों पुराना रिश्ता रहा। ऐसे में कार्यकर्ताओं की उम्मीद बरकरार है।

लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी अमेठी से हार गए थे, लेकिन वायनाड से जीत गए थे। कांग्रेस को लगता है कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ राहुल गांधी ने सही तालमेल बिठाया है। आगामी राज्यों के चुनावों और 2024 के आम चुनावों में वह पार्टी को फिर से जीवंत करेंगे। इस साल चुनाव होने वाले प्रमुख राज्य मध्य प्रदेश और कर्नाटक में भाजपा का शासन है। वहीं, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकारें हैं।

कांग्रेस एक राष्ट्रीय गठबंधन बनाने की कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश में अगर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस के साथ नहीं आती हैं, तब वह छोटे दलों के साथ गठबंधन कर सकती है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस पहले ही एक पहल कर चुकी है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी ने समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों को भाजपा से लड़ने के लिए इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।

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